बिहार-बेगूसराय के नगर निगम उपायुक्त ने भतीजी से किया प्रेम विवाह, जान पर खतरा बताकर कोर्ट से मांगी सुरक्षा

बेगूसराय. बेगूसराय में नगर निगम के उप नगर आयुक्त शिव शक्ति कुमार ने अपनी भतीजी से लव मैरिज कर सबको चौंका दिया। हालांकि, लड़की के परिजनों ने वैशाली जिले में 13 अगस्त को अपहरण का आरोप लगाकर प्राथमिकी दर्ज कराई थी। अब वह मामला अपहरण का नहीं, बल्कि प्रेम प्रसंग का निकल गया। वहीं, अपहरण […]

बिहार-बेगूसराय के नगर निगम उपायुक्त ने भतीजी से किया प्रेम विवाह, जान पर खतरा बताकर कोर्ट से मांगी सुरक्षा

बेगूसराय.

बेगूसराय में नगर निगम के उप नगर आयुक्त शिव शक्ति कुमार ने अपनी भतीजी से लव मैरिज कर सबको चौंका दिया। हालांकि, लड़की के परिजनों ने वैशाली जिले में 13 अगस्त को अपहरण का आरोप लगाकर प्राथमिकी दर्ज कराई थी। अब वह मामला अपहरण का नहीं, बल्कि प्रेम प्रसंग का निकल गया। वहीं, अपहरण के आरोपी शिव शक्ति कुमार ने अपने रिश्ते की भतीजी सजल सिंधु के साथ खगड़िया के कात्यायनी मंदिर में हिंदू रीति-रिवाज के तहत शादी कर ली। शादी के बाद दोनों ने मीडिया के सामने आकर अपना पक्ष रखा।

इस दौरान नव विवाहित जोड़े ने जहां एक ओर समाज को किताबों में पढ़े गए प्रेम को सिर्फ पढ़ने तक नहीं, बल्कि अपनाने की अपील की। वहीं, वैशाली पुलिस प्रशासन से भी अनुरोध किया कि अपहरण की जो FIR कराई गई है वह पूरी तरह से झूठ है। हम लोगों ने शादी अपनी मर्जी से की है। वहीं, सजल सिंधु ने अपनी जान माल की रक्षा के लिए मानवाधिकार आयोग, बार काउंसिल और चीफ जस्टिस को मेल किया है। इसके साथ ही डिप्टी कमिश्नर शिव शक्ति कुमार ने अपनी जान पर खतरा बताते हुए सुरक्षा मुहैया कराने की मांग की है। हालांकि शिव शक्ति अपने बेगूसराय नगर निगम कार्यालय नहीं पहुंचे और न ही दोनों घर पहुंचे हैं। इन घटनाओं के बाद नगर निगम के उप नगर आयुक्त शिव शक्ति कुमार को बिना बताए अपने कार्यालय से गायब होने के कारण बिहार सरकार ने तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। वहीं, इस मामले के बाद दोनों अभी खगड़िया में एक ठिकाने पर रह रहे हैं। मीडिया के सामने आकर शिव शक्ति ने कहा कि अगर आप प्रेम करते हैं तो प्रेम के प्रति समर्पण होना चाहिए। आर्थिक मोह और सामाजिक प्रतिष्ठा के चक्कर में नहीं पड़ना चाहिए। न ही इन चक्करों में पड़कर शादी करनी चाहिए। हमने प्रेम के प्रति समर्पण दिखाया और हमने बगैर दहेज शादी की मिसाल कायम की है। दहेज प्रथा तभी समाप्त होगी, जब हम अपनाएंगे। उन्होंने कहा कि समाज के लोग मौलिक अधिकार को नहीं जानते हैं। लोग सामाजिक परंपरा को ही नैतिकता मानते हैं। इसी के कारण प्रेम विवाह का विरोध होता है, ये गलत है। प्रेम करना और प्रेम में समर्पित होकर शादी करना मौलिक अधिकार है।

वहीं, लड़की ने कहा कि मेरा नाम सजल है। मेरा घर मनुआ में है। मेरे पिता जी का नाम प्रोफेसर विजय कुमार गर्ग है। हम दोनों एक-दूसरे से प्रेम करते हैं, तकरीबन 10 साल से। अब हम लोगों ने शादी कर ली है। शादी करना हमारा मूल अधिकार है। वर चयन का अधिकार संविधान के अनुसार मेरा ही होना चाहिए, इसलिए मैं कर रही हूं और हम दोनों ने एक-दूसरे से शादी कर ली है। डिप्टी कमिश्नर शिव शक्ति कुमार ने कहा कि हमारे खिलाफ वैशाली जिले के हाजीपुर सदर थाने में अपहरण का मामला दर्ज कराया गया है। हमने अपहरण या अनैतिक कार्य नहीं, बल्कि प्रेम विवाह किया है। जीवन रक्षा के लिए प्रशासन सुरक्षा मुहैया कराए। वहीं, सजल सिंधु ने कहा कि हमने प्रेम के बाद शादी की है। ये चुनौती है, लेकिन चुनौतियों से भाग कर हम अपना निर्णय नहीं बदल सकते हैं। प्रेम किया है तो शादी की, इसमें कोई बड़ी बात नहीं है। बड़ी बात उनके लिए है, जो इन चीजों को नहीं समझते हैं। हम घर और समाज को संदेश दे रहे हैं कि जिसको आप अपने व्यवहार में नहीं उतार पा रहे हैं, उसे उतारने की कोशिश करनी चाहिए। किताबों में बहुत सारे आदर्शों का उल्लेख होता है, जिसे सब ने पढ़ा है। लेकिन महत्वपूर्ण ये है कि उसे हम व्यावहारिक जीवन में कितना उतार पाते हैं।

सजल ने कहा कि हम लोगों का पैतृक निवास एक ही जगह है। 2015 से हम दोनों एक-दूसरे के साथ हैं। 2015 में मैट्रिक पास करने के बाद मैं बनारस के सेंट्रल हिंदू गर्ल स्कूल में इंटर की पढ़ाई करने के लिए गई। शिव शक्ति पीजी करने गए थे, हम दोनों पहले एक-दूसरे को जानते थे। पहले से विचार को समझते थे, वहां वक्त मिला तो एक-दूसरे की विचारधारा को गहराई से जाना और समझा। धीरे-धीरे प्रेम बढ़ता गया। चरणबद्ध तरीके से बढ़ते-बढ़ते 14 अगस्त को हमने खगड़िया के चर्चित शक्ति पीठ मां कात्यायनी के समक्ष प्रेम विवाह कर लिया। समाज की विडंबना है कि आज हमें बताना पड़ रहा है किप्रेम विवाह कर लिया है। हम औपनिवेशिक काल से बाहर आधुनिक दुनिया में प्रवेश कर चुके हैं। शिव शक्ति के विचार ने मुझे प्रभावित किया, वह जो निर्णय लेते हैं वो संवैधानिक और विधि के अनुकूल लेते हैं। हमेशा सही निर्णय लेते हैं। प्रेम में लड़ाई होती रहती है और आज हमें अपने प्रेम को साबित करने के लिए लड़ना पड़ रहा है। हमने अपने व्यवहार से शिव शक्ति को प्रेरित किया था। तभी तो इन्होंने पहली बार कहा था कि लगता है हम एक-दूसरे के लिए बने हैं। साथ आ जाएं तो दुनिया के लिए बेहतर काम कर सकते हैं। मूल अधिकार का प्रयोग जरूरी है। अधिकारी बनते ही लोग बदल जाते हैं। हमको भी एक पल ऐसा लगा था कि शिव शक्ति अधिकारी बन गए हैं, बदल जाएंगे। अगर वह अलग हो जाते तो मेरा सपना कभी साकार नहीं होता। अब हमने प्रेम विवाह कर लिया है और मन में निश्चय किया है कि यूपीएससी की तैयारी करेंगे।

सजल ने बताया कि दो जनवरी 2023 को मेरे पिताजी का निधन हो गया। डेढ़ साल से मानसिक दबाव में रही। टूट रही थी। अब मां दुर्गा और भगवान कृष्ण के आशीर्वाद से शिव शक्ति सहभागी बने हैं। हमारे और शिव शक्ति के खिलाफ वैशाली में एफआईआर दर्ज हुई है, जिसमें उनके जीजा, मां और पुणे में कार्यरत भाई के अलावा एक अन्य का भी नाम है। एफआईआर के माध्यम से हम दोनों के जीवन को डिस्टर्ब करने का प्रयास किया गया है। हमारे परिवार से अपील है कि मैं शिव शक्ति को 10 साल से जानती हूं। लेकिन परिवार को 24 सालों से जान रही हूं। आग्रह है कि हमारे परिवार के लोग किताबों में पढ़ी चीज को जीवन में शामिल करें। हमारे रिश्ते को स्वीकार करें, हम उनके बच्चे हैं। उन्हें समझना चाहिए कि प्रेम व्यक्तिगत निर्णय होता है। उसमें दखल नहीं दें। वहीं, वैशाली प्रशासन से अनुरोध है कि अपहरण के एफआईआर में कोई सच्चाई नहीं है। ऐसा होता तो हम सामने आकर बात नहीं करते। सामाजिक कुरीतियों-परंपराओं को समाज ने संवैधानिक नियम मान लिया है। ये दुखद है। अपने पति के परिवार ही नहीं बल्कि पूरे समाज की महिलाओं की सुरक्षा के लिए हमने राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग, राज्य मानवाधिकार आयोग, बार काउंसिल ऑफ बिहार और वैशाली कोर्ट के जज को मेल किया है। हमने उन्हें प्रमाण दिया है कि हमने हिंदू रीति-रिवाज से शादी की है। सिर्फ शादी नहीं की है बल्कि प्रेम क्या होता है, उसे भी बताया है। मैं अपनी जिंदगी के बाद भी मिसाल कायम करूंगी, प्रेम सच्चा होता है।

वहीं, इस संबंध में बेगूसराय नगर निगम की मेयर पिंकी देवी ने बताया है कि उप नगर आयुक्त शिव शक्ति द्वारा नगर निगम कार्यालय का दुरुपयोग किया गया। इसके कारण एक टीम गठित कर उसकी जांच का आदेश दिया गया। जांच में सही पाया गया और जांच के बाद नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा उन्हें निलंबित किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रेम विवाह कोई गलत नहीं है। लेकिन नगर निगम कार्यालय और पद का दुरुपयोग किया गया। उनके द्वारा नगर निगम कार्यालय में ही वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल किया गया जो कि यह गलत है।