Sehore में बारिश में जर्जर मकान गिरने से दबी बुजुर्ग महिला, रेस्क्यू की कोशिश जारी

सीहोर  नगरीय क्षेत्र में कई जर्जर भवन हैं, जिन्हें नगर पालिका को चिन्हित कर नोटिस देकर उन्हें गिराने की कार्रवाई करनी होती है, जिससे बरसात के समय जर्जर भवन हादसों का कारण न बन सके। लेकिन नगर पालिका की बड़ी चूक सामने आई है, जहां शनिवार को चरखा लाइन स्थित दो जर्जर मकानों के बीच […]

Sehore में बारिश में जर्जर मकान गिरने से दबी बुजुर्ग महिला, रेस्क्यू की कोशिश जारी

सीहोर

 नगरीय क्षेत्र में कई जर्जर भवन हैं, जिन्हें नगर पालिका को चिन्हित कर नोटिस देकर उन्हें गिराने की कार्रवाई करनी होती है, जिससे बरसात के समय जर्जर भवन हादसों का कारण न बन सके। लेकिन नगर पालिका की बड़ी चूक सामने आई है, जहां शनिवार को चरखा लाइन स्थित दो जर्जर मकानों के बीच बनी दीवार भरभरा कर पड़ोसी के घर पर गिर गई, जिससे वहां खाना बना रही एक बुजुर्ग महिला दब गई। घटना के तत्काल बाद नगर पालिका का रेस्क्यू अमला मौके पर पहुंचा और पिछले दो घंटे से उसे बाहर निकालने का प्रयास कर रहा है।

सुबह हुआ हादसा
जानकारी के अनुसार चरखा लाइन जैन मंदिर के पास चंद्रकांता शर्मा स्व. भगवानदास शर्मा उम्र 85 वर्ष सुबह 10 बजे अपने भवन में खाना पका रही थी। इसी दौरान पड़ोसी की जर्जर दीवार धराशायी होकर उनके ऊपर गिर गई, जिससे वह मलबे के नीचे दब गई। सूचना मिलते ही नपा अमला मौके पर पहुंचा और वरिष्ठ अधिकारियों के नेतृत्व में रेस्क्यू शुरू कर दिया। वहीं मौके पर एंबुलेंस भी बुलाई गई है। जर्जर भवन की दीवार गिरने से आसपास के लोगों की भीड़ जमा हो गई। बताया जा रहा है कि भवन जर्जर था और दो दिन से लगातार बरसात हो रही है, जिससे भवन की दीवार गिरी है।

इस भवन में चंद्रकांता अपनी बेटी गुड़िया शर्मा के साथ रहती हैं, जो खाना बनाने में उनकी मदद कर रही थी। किसी सामान की जरुरत पड़ने पर वह दूसरे कमरे में गई थी, तभी अचानक दीवार उनके ऊपर गिर गई। उनका पोता कार्तिक कुबेरेश्वर काम करने गया था, जिससे बेटी और पोता दोनों सुरक्षित हैं। बुजुर्ग महिला का रेस्क्यू जारी है।

नपा की लापरवाही आई सामने
शहर में कई जगह जर्जर भवन वहां रहने वाले लोगों सहित आसपास के लोगों के लिए खतरा बने हुए हैं, लेकिन वर्षा से पूर्व नगर पालिका अमले ने ऐसे जर्जर भवनों को चिन्हित करने और उन्हें नोटिस जारी कर मकान खाली कर व उसे गिराने की कार्रवाई नहीं की, जिससे यह हादसा सामने आया है।

शिकायतों के बावजूद नहीं होती कार्रवाई
जर्जर भवनों को लेकर कई शिकायतें नपा को की जाती हैं। जागरूक नागरिक क्षेत्र के ऐसे मकान जिन से कोई अनहोनी हो सकती है। उनकी शिकायत नपा से करती हैए लेकिन नपा इस संबंध में कोई कार्रवाई नहीं करता। जबकि पहले कई हादसे जर्जर भवनों के कारण हो चुके हैं।

यहां हुए हादसे
– वर्ष 2016 में लगातार हुई बारिश के कारण शुगर फैक्टरी का आवास गिर गया था। जिसमें तीन लोग घायल हुए थे। इसके अलावा शुगर फैक्टरी के अन्य आवास भी गिर रहे हैं।
– 2014 में अस्पताल भवन की छत जर्जर होने के कारण गिर गई थी। जिसमें कोई घायल तो नहीं हुआ, लेकिन कभी भी कोई बड़ी घटना घटित हो सकती थी। हांलाकि अब इस भवन में अस्पताल संचालित नहीं होता और इसे धराशायी भी कर दिया गया है।
पुलिस को सूचना प्राप्त हुई थी कि सर्राफा बाजार रोड पर एक मकान गिर गया है। जिसमें कुछ लोग दब गए हैं। मौके पर पुलिस बल पहुंच चुका है। बुजुर्ग महिला की बेटी तो खुद सुरक्षित बाहर निकल आई है। वहीं बुजुर्ग महिला को निकालने रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
निरंजन राजपूत, सीएसपी, सीहोर