सुनीता विलियम्स अब कैसे वापसी करेंगी ? बिना यात्री ही लौट आया स्टारलाइनर

वाशिंगटन नासा के एक अंतरिक्ष मिशन के तहत भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स और अमेरिका के बैरी बुच विल्मोर केवल 8 दिनों की अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) की यात्रा पर गए थे। हालांकि स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी खामी के चलते वह आईएसएस में ही फंस गए। अब उनका अंतरिक्षयान स्टारलाइनर भी बिना यात्री के ही वापस […]

सुनीता विलियम्स अब कैसे वापसी करेंगी ? बिना यात्री ही लौट आया स्टारलाइनर

वाशिंगटन
नासा के एक अंतरिक्ष मिशन के तहत भारतीय मूल की सुनीता विलियम्स और अमेरिका के बैरी बुच विल्मोर केवल 8 दिनों की अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) की यात्रा पर गए थे। हालांकि स्पेसक्राफ्ट में तकनीकी खामी के चलते वह आईएसएस में ही फंस गए। अब उनका अंतरिक्षयान स्टारलाइनर भी बिना यात्री के ही वापस धरती पर लौट आया है। वहीं सुनीता विलियम्स और बैरी बुच आईएसएस में ही फंसे रह गए। स्टारलाइनर मैक्सिको के रेगिस्तान में लैंडिंग कर चुका है। नासा ने इसका वीडियो भी जारी किया है।

स्टारलाइनर के रवाना होने से पहेल ही अंतरिक्षयात्री सुनीता विलियम्स ने कहा, धरती पर वापसी के लिए शुभकामनाएं। बतादें कि सुनीता विलियम्स और विलमोर को जून में ही धरती पर वापस आ जाना था। लेकिन हीलियम लीक और थ्रस्टर में खराबी आने की वजह से उनकी वापसी अब तक नहीं हो पाई है। नासा ने बताया था कि स्टारलाइनर से लौटना दोनों के लिए खतरनाक है। ऐसे में स्टारलाइनर खाली सीटों के साथ ही धरती पर लौट रहा है। बताया जा रहा है कि अब स्पेसएक्स दोनों को फरवरी के आखिरी तक धरती पर वापस लाएगा। ऐसे में आठ दिन का यह मिशन आठ महीने का हो जाएगा।

यह बोइंग की पहली ऐसी अंतरिक्ष की उड़ान है जिसमें इस तरह की दिक्कत आई है। नासा ने बोइंग और स्पेसएक्स को ऑर्बिटल टैक्सी सर्विस के रूप में चुना है। वहीं बोइंग को टेस्ट फ्लाइट के दौरान ही कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा था।स्टारलाइनर के लॉन्च के वक्त भी दो बार मुश्किलें आई थीं। एक बार हीलियम लीक की दिक्कत हुई थी। इसके बाद पांच थ्रस्तर फेल होगए। इनमें से चार थ्रस्टर ठीक कर लिए गए थे। बोइंग ने कई टेस्ट किए और कहा कि स्पेसक्राफ्ट यात्रियों को सुरक्षित लौटा लाएगा। हालांकि नासा इससे सहमत नहीं था।

अब नासा ने दोनों अंतरिक्षयात्रियों की वापसी के लिए स्पेसएक्स पर भरोसा जताया है। फऱवरी में दोनों अंतरिक्षयात्री वापस आ सकते हैं। स्टारलाइनर ने भारतीय समय के अनुसार सुबह के साढ़े तीन बजे के करीब स्पेस सेंटर से रवाना हुआ था। इसके छह घंटे बाद यानी 9.30 बजे के करीब यह मेक्सिको के रेगिस्तान में लैंड हो गया।