मुंगेली जिले में साइबर ठगी का शिकार हुआ डॉक्टर, 7 लाख 31 हजार रुपए हुए पार

लोरमी मुंगेली जिले में साइबर ठगी के मामले बढ़ रहे हैं, और इसके शिकार कम पढ़े-लिखे नहीं बल्कि पढ़े-लिखे हो रहे हैं. ताजा मामले में प्रतिबंधात्मक दवाओं के पार्सल का आरोप लगाते हुए खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताकर कार्रवाई के नाम से डराकर सीनियर डॉक्टर से पैसा ट्रांसफर कराया. पीड़ित ने लोरमी थाने […]

मुंगेली जिले में साइबर ठगी का शिकार हुआ डॉक्टर, 7 लाख 31 हजार रुपए हुए पार

लोरमी

मुंगेली जिले में साइबर ठगी के मामले बढ़ रहे हैं, और इसके शिकार कम पढ़े-लिखे नहीं बल्कि पढ़े-लिखे हो रहे हैं. ताजा मामले में प्रतिबंधात्मक दवाओं के पार्सल का आरोप लगाते हुए खुद को मुंबई पुलिस का अधिकारी बताकर कार्रवाई के नाम से डराकर सीनियर डॉक्टर से पैसा ट्रांसफर कराया. पीड़ित ने लोरमी थाने में अज्ञात ठग के खिलाफ अपराध दर्ज कराया.

लोरमी थाने में पूर्व बीएमओ डॉ. दीपक लाज द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के मुताबिक, उन्हें 4 सितंबर के शाम 5.57 बजे व्हाट्सएप कॉल के माध्यम से धमकाया कि उनकी आईडी का उपयोग होकर मुंबई से दुबई आर्मी का ड्रेस और प्रतिबंधित दवा Catamine पार्सल किया गया है, जिसकी जांच चल रही है. मामले में डॉक्टर के विरुद्ध एफआईआर दर्ज किए जाने की धमकी दी गई. इसके बाद आरबीआई वेरिफिकेशन के नाम पर अज्ञात व्यक्ति द्वारा बताए गए खाता नंबर से 7,35,891 रुपए का ट्रांजेक्सन कर धोखाधड़ी किया गया.

FDR तुड़वाकर किया ट्रांजेक्सन
ठग सामग्री के वेरिफिकेशन के लिए परिवार और बैंक की जानकारी मांगने लगे, यही नहीं वीडियो कॉल करके स्वयं वर्दी में रहते हुए डॉक्टर को डराने लगे फोन बंद न करने बोलकर डिजिटल अरेस्ट कर किसी को ना बताने का दबाव डालते रहे. डॉक्टर ने बताया कि उन्हें FDR को तुड़वाकर सेविंग खाते में ट्रांसफर कर उनके दिए गए खाते में RT65 से ट्रांसफर करने को मजबूर हुए. इस दौरान फवाज नाम के शख्स के खाते में 7 लाख 35 हजार 891 रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किया है. साइबर फ्रॉड का शिकार होने के बाद खाते को होल्ड करने बैंक पहुंचे डॉक्टर को पता चला कि उनके खाते से राशि आहरण कर ली गई है.