प्रतिबंधित वन्य जीव सर्प के प्रदर्शन करने वाले आरोपियों पर की कार्रवाई
भोपाल मुख्य वन संरक्षक वन वृत्त शहडोल श्री एल.एल. उइके के निर्देशन पर वन मंडल अधिकारी दक्षिण शहडोल सुश्री श्रद्धा पन्द्रे एवं उप मुख्य वन मंडला अधिकारी जैतपुर श्री गौरव जैन के कुशल मार्गदर्शन में 10 सितम्बर को मुखबिर की सूचना पर परिक्षेत्र बुढ़ार अंतर्गत नगर परिषद क्षेत्र बुढ़ार के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के सामने […]
भोपाल
मुख्य वन संरक्षक वन वृत्त शहडोल श्री एल.एल. उइके के निर्देशन पर वन मंडल अधिकारी दक्षिण शहडोल सुश्री श्रद्धा पन्द्रे एवं उप मुख्य वन मंडला अधिकारी जैतपुर श्री गौरव जैन के कुशल मार्गदर्शन में 10 सितम्बर को मुखबिर की सूचना पर परिक्षेत्र बुढ़ार अंतर्गत नगर परिषद क्षेत्र बुढ़ार के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के सामने कुछ व्यक्तियों द्वारा नाग, नागिन एवं दोमुहा सर्प को बांस के पिटारे में बंदी बनाकर 15 प्रदर्शन करते हुए पकड़ा गया। वन विभाग द्वारा इन पर वैधानिक कार्रवाई की गई।
मुख्य वन संरक्षक वन वृत्त शहडोल श्री उइके ने बताया कि इन आरोपियों में रवीन्द्र नाथ, संजय नाथ, शिवा नाथ और रहीस नाथ, जो कि दबोह थाना जिला भिण्ड के रहने वाले हैं। आरोपियों के अस्थायी वर्तमान निवास पर रेलवे स्टेशन के पास इरानी मोहल्ला में अस्थायी निवास कर रहे हैं। इनके निवास डेरा से डॉग स्क्वायट के मदद से सर्च कर एक जीवित नाग सर्प जब्त किया गया है। आरोपी प्रतिबंधित वन्य जीव सर्प 7, जिसमें एक नग दो मुंह वाला, जो विलुप्त प्रजाती का है, उन्हें बंदी बनाकर प्रदर्शन करते समय जब्त किया गया।
उक्त आरोपियों के विरूद्ध प्रकरण पंजीबद्ध कर 10 सितम्बर को मेडिकल परीक्षण उपरांत न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी बुढ़ार के समक्ष प्रस्तुत किया गया। इन्हें रिमांड पर लेकर उप जेल बुढ़ार न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया है। आरोपी भिंड जिले के मूल निवासी हैं और यह घुमक्कड़ समुदाय से ताल्लुक रखते हैं। प्रकरण में जब्त 7 नग बंदी जीवित सर्पों को मेडिकल परीक्षण के उपरांत वन क्षेत्र में सुरक्षित छोड़ दिया गया है।
वन विभाग द्वारा की गई कार्रवाई में श्री सलीम खान कार्यवाहक वन क्षेत्रपाल, श्री नरेन्द्र प्रसाद मिश्रा कार्यवाहक उप वन क्षेत्रपाल, श्री कमला प्रसाद वर्मा वनपाल, श्री जी.पी. मौर्य, श्री हरेन्द्र रैदास वनरक्षक, श्री जीवनराम टेकाम वनरक्षक, श्रीमती अनामिक गुप्ता वनरक्षक और श्री राजकुमार त्रिपाठी सहायक डॉग हेण्डलर एवं अन्य साथियों के द्वारा महत्वपूर्ण एवं सराहनीय भूमिका निभाई गई।