केजरीवाल के इस्तीफे पर ऐलान के बाद भाजपा ने तुरंत इस्तीफा ना देने पर सवाल खड़ा किया, 48 घंटे का राज क्या
नई दिल्ली दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि दो दिनों के बाद सीएम पद से इस्तीफा दे देंगे। उनके इस ऐलान के बाद भारतीय जनता पार्टी ने तुरंत इस्तीफा ना देने पर सवाल खड़ा किया है। भाजपा का […]
नई दिल्ली
दिल्ली के कथित शराब घोटाला मामले में सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने के बाद मुख्यमंत्री केजरीवाल ने बड़ा ऐलान किया। उन्होंने कहा कि दो दिनों के बाद सीएम पद से इस्तीफा दे देंगे। उनके इस ऐलान के बाद भारतीय जनता पार्टी ने तुरंत इस्तीफा ना देने पर सवाल खड़ा किया है। भाजपा का कहना है कि केजरीवाल को इस्तीफा मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के लिए 48 घंटे की मोहलत क्यों चाहिए?
'क्यों चाहिए 48 घंटे का समय?'
रविवार को केजरीवाल के इस्तीफे के ऐलान के बाद से भाजपा लगातार हमलावर नजर आ रही है। इस दौरान भाजपा ने अरविंद केजरीवाल और आम आदमी पार्टी (AAP) पर कई सवाल खड़े किए हैं। भाजपा नेता सुधांशू त्रिवेदी ने अरविंद केजरीवाल के इस्तीफे के ऐलान और उसके लिए दो दिन बाद इस्तीफा देने पर सवालिया निशान खड़ा किया है। सुधांशू त्रिवेदी ने कहा कि केजरीवाल को इस्तीफा देने के लिए 48 घंटे का समय क्यों चाहिए?
'जेल से क्यों नहीं दिए इस्तीफा?'
कथित शराब घोटाला मामले में सीबीआई ने अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार किया था। इस मामले को लेकर केजरीवाल ने सुप्रीम का दरवाजा खटखटाया था। केजरीवाल के जेल में रहने के दौरान भाजपा ने उनपर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था और मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे की मांग की थी। लेकिन अरविंद केजरीवाल ने इस्तीफा देने से इनकार कर दिया था। शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने केजरीवाल को जमानत दे दी। जमानत मिलने के दो दिन बाद ही केजरीवाल ने बड़ा ऐलान कर दिया। उन्होने मंगलवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया। अब भाजपा ने उनके इस फैसले की टाइमिंग पर सवाल खड़ा किया है। भाजपा नेता सुधांशू त्रिवेदी ने सवाल खड़ा करते हुए पूछा कि केजरीवाल ने जेल में रहते हुए इस्तीफा क्यों नहीं दिया? त्रिवेदी ने केजरीवाल के इस्तीफे की टाइमिंग पर सवाल खड़ा करते हुए पूछा कि क्या बाहर आकर केजरीवाल कुछ सेटल करना चाहते थे, इसलिए जेल के अंदर से इस्तीफा नहीं दे रहे थे?
'AAP का दंगल संभालना हो रहा मुश्किल?'
केजरीवाल के इस्तीफे के ऐलान पर सवाल खड़ा करते हुए सुधांशू त्रिवेदी ने कहा कि आम आदमी पार्टी के अंदर फूट की स्थिति बन गई है। इसे संभालने के लिए ही केजरीवाल ने इस्तीफे का ऐलान किया है। त्रिवेदी का कहना है कि आम आदमी पार्टी के लिए अपने नेताओं कों संभालना मुश्किल हो रहा है। इसी विवशता में अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का ऐलान किया है।