भोपाल, इंदौर और ग्वालियर में 27 लाइब्रेरी-कोचिंग सील, बेसमेंट में चल रही थीं क्लासेस
भोपाल/इंदौर दिल्ली में हुए कोचिंग सेंटर में हादसे के बाद भी ग्वालियर में कोचिंग सेंटर संचालक धड़ल्ले से बेसमेंट में कोचिंग संचालित कर रहे हैं. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के सख्त निर्देश हैं कि बिना परमिशन और नियम कायदों को ताक पर रखकर चल रहे कोचिंग सेंटर और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में इस्तेमाल हो रहे […]
भोपाल/इंदौर
दिल्ली में हुए कोचिंग सेंटर में हादसे के बाद भी ग्वालियर में कोचिंग सेंटर संचालक धड़ल्ले से बेसमेंट में कोचिंग संचालित कर रहे हैं. मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के सख्त निर्देश हैं कि बिना परमिशन और नियम कायदों को ताक पर रखकर चल रहे कोचिंग सेंटर और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठानों में इस्तेमाल हो रहे बेसमेंट पर कड़ी कार्रवाई की जाए.
ग्वालियर के एमएलबी कॉलोनी में सैकड़ों की संख्या में कोचिंग सेंटर संचालित हैं. इनमें आधा सैकड़ा से अधिक कोचिंग सेंटर बेसमेंट में संचालित किए जा रहे हैं, जबकि ग्वालियर कलेक्टर रुचिका सिंह चौहान का दावा है कि मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद शहर में नगर निगम व्यापक स्तर पर बेसमेंट में संचालित व्यावसायिक और शैक्षणिक गतिविधियों को रोकने के लिए प्रभावी कार्रवाई कर रहे हैं.
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सोमवार को दिल्ली की घटना से सबक लेते हुए कलेक्टरों को सतर्क रहने के निर्देश दिए थे। सीएम ने कहा था, 'यह गंभीर घटना है और एमपी में ऐसी स्थितियों से निपटने के निर्देश कलेक्टरों और पुलिस अधीक्षकों को दिए गए हैं। कलेक्टर जिलों में किए गए इंतजामों की प्राथमिक रिपोर्ट जल्दी ही देने वाले हैं।'
वहीं, मध्यप्रदेश शासन ने सभी 16 नगर निगम कमिश्ररों से भी बेसमेंट में चल रहे कोचिंग संस्थानों, धर्मशालाओं की रिपोर्ट मांगी है।
यहां धड़ल्ले से चल रही बेसमेंट में कोचिंग
ग्वालियर के एमएलबी कॉलोनी में बेसमेंट में संचालित की जा रही कोचिंग पर भले ही अभी ताले लटक गए हों लेकिन चोरी छुपे अभी भी कोचिंग संचालित की जा रही हैं. ऐसे ही एक कोचिंग सेंटर पर बाहर कोचिंग खुलने का इंतजार कर रही छात्रा ने बताया कि वह रोजाना बेसमेंट में संचालित कोचिंग में ही कोचिंग लेने आती है. कोचिंग सेंटर का जायजा लिया तो हकीकत सामने भी आ गई. सिर्फ नाम मात्र के लिए तलघर में संचालित कोचिंग सेंटर बंद हैं. असल में यहां धड़ल्ले से कोचिंग चल रहे हैं. इससे स्पष्ट है कि यहां पर दिखावे की कार्रवाई हो रही है. एमएलबी कॉलोनी में बेसमेंट में संचालित कोचिंग सेंटर हाई कोर्ट के आदेशों को भी ठेंगा दिखा रहे हैं.
इंदौर में प्रशासन अलर्ट पर
दिल्ली में हुए हादसे में तीन बच्चों की मौत के बाद इंदौर प्रशासन अलर्ट मोड पर नजर आ रहा है. यहां पर दो बड़ी कोचिंग सेंटरों पर जाकर बेसमेंट में संचालित होने वाली क्लास और लाइब्रेरी के बारे में जानकारी ली. बता दें ऐसी कार्रवाई के लिए इंदौर कलेक्टर द्वारा समिति का गठन भी किया जाएगा, जो निरंतर इस प्रकार की कोचिंग और लाइब्रेरी पर नजर रखेंगे.
भोपाल में हुई कार्रवाई
इधर, राजधानी भोपाल में भी प्रशासन ने नियम तोड़ने वाले कोचिंग संस्थानों के खिलाफ कार्रवाई की है. एसडीएम आशुतोष शर्मा की टीम ने कौटिल्य और औरस कोचिंग संस्थानों को जांच में लिया. बेसमेंट व आफिस एरिया सीज किया गया. एक हिस्सा जहां सेफ्टी इशू नहीं उस जगह को जांच होने तक चालू रखा, जिससे बच्चों की पढ़ाई प्रभावित न हो.
भोपाल कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह द्वारा बनाई गई टीम ने मंगलवार को एमपी नगर जोन 2 में चल रहीं कोचिंग क्लासेस का निरीक्षण किया। इनमें बेसमेंट में संचालित की जा रही 7 कोचिंग क्लासेस को सील कर दिया गया। इधर, शहर में बेसमेंट में सिर्फ कोचिंग क्लासेस ही नहीं चल रहीं बल्कि कई दुकानें, ऑफिस और छोटे-मोटे वर्कशॉप भी चल रहे हैं।
जिन पर कार्रवाई की गई उनमें कौटिल्य अकादमी, द लैंप क्लासेस, अनएकेडमी सेंटर, रेजोनेंस क्लासेस, स्टेप अप अकादमी, नीट मेंटर, फिजिक्स वाला कोचिंग व अन्य क्लासेस शामिल हैं। इनमें बिना अनुमति के बेसमेंट में संचालित होते पाई गई कोचिंग क्लासेस के अलावा पार्किंग की जगह अन्य व्यावसायिक गतिविधियों में उपयोग होना पाया गया। इसके अलावा यहां पर सुरक्षा के इंतजामों की भी अनदेखी की जा रही थी। इन कोचिंग क्लासेस को सील करके इन्हें नसीहत दी गई है।
एसडीएम आशुतोष शर्मा ने बताया, 'जांच में पता चला कि बिल्डिंग के बेसमेंट में पढ़ाई होती है। जब टीम मौके पर पहुंची, तब बेसमेंट में पढ़ाई नहीं हो रही थी, लेकिन भविष्य में ऐसा न हो इसलिए बेसमेंट और ऑफिस सील कर दिया। ऊपरी हिस्से में पढ़ाई चल रही है।'
कोचिंग संस्थानों में फायर सेफ्टी उपकरण भी नहीं
एक महीने पहले हुए फायर सेफ्टी ऑडिट में पाया गया था कि कई कोचिंग संस्थानों में सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम नहीं थे। कार्रवाई को अंजाम देने वाली टीम में एमपी नगर एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार सहित स्थानीय प्रशासन, पुलिस, नगर निगम और फायर सेफ्टी, विद्युत सुरक्षा और भोपाल विकास प्राधिकरण के इंजीनियर एवं अन्य अधिकारी भी शामिल थे।
इंदौर में 17 इंस्टीट्यूट पर एक्शन
इंदौर में भी कुल 17 संस्थानों पर कार्रवाई की गई है। इंदौर के भंवरकुआ क्षेत्र में मां शारदा लाइब्रेरी, ज्ञान पंख लाइब्रेरी और अभ्यास लाइब्रेरी समेत 13 लाइब्रेरी को सील किया गया। इनका संचालन बेसमेंट में हो रहा था। इनमें आने-जाने का एक ही रास्ता था। स्कॉलर्स करियर अकादमी का क्लासरूम भी बेसमेंट में मिला।
एसडीएम घनश्याम धनगर के नेतृत्व में जांच के दौरान विवेकानंद इंस्टीट्यूट कोचिंग, स्वामी विवेकानंद लाइब्रेरी हाउस, ड्रीम अचीवर्स लाइब्रेरी और ज्ञानोदय लाइब्रेरी लोहे के एंगल और प्लाई की छत के ऊपर बिना अनुमति चलती मिलीं। टीम ने इन्हें भी सील कर दिया। एसडीएम धनगर ने कहा कि इन कोचिंग क्लासेस, लाइब्रेरी के संचालकों के खिलाफ नियमानुसार कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
ग्वालियर में 3 कोचिंग संस्थानों पर लगा ताला
लक्ष्मीबाई कॉलोनी में टीम बेसमेंट में चल रहीं कोचिंगों में पहुंची। यहां पार्किंग में कोचिंग क्लास का सेटअप और स्टूडेंट्स मिले। निगम की टीम ने तीन कोचिंग क्लास के तलघरों पर ताला लगाकर सील कर दिया है। उनसे कागजात मंगाए हैं। इन तीन कोचिंगों को सील किया- कॉमर्स वर्ल्ड क्लासेस, बीएस राजपूत कोचिंग और एमजीडी भौतिकी कोचिंग।