मिशन वात्सल्य कार्यक्रमः छात्राओं को दी गुड टच-बेड टच की जानकारी, मंत्री टेटवाल बोले- ऐसे मामलों में सरकार गंभीर

भोपाल कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गौतम टेटवाल राजगढ़ जिले के पचोर में शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक स्कूल में मिशन वात्सल्य कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में सरकार बेहद गंभीर है। किसी के साथ भी इस तरह की घटना हो तो, तत्काल पुलिस थाने में शिकायत करें। […]

मिशन वात्सल्य कार्यक्रमः छात्राओं को दी गुड टच-बेड टच की जानकारी, मंत्री टेटवाल बोले- ऐसे मामलों में सरकार गंभीर

भोपाल
कौशल विकास एवं रोजगार राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री गौतम टेटवाल राजगढ़ जिले के पचोर में शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक स्कूल में मिशन वात्सल्य कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में सरकार बेहद गंभीर है। किसी के साथ भी इस तरह की घटना हो तो, तत्काल पुलिस थाने में शिकायत करें। उन्होंने कहा कि पीड़ित बच्चों के नाम को गोपनीय रखकर कार्रवाई की जाती है। श्री टेटवाल ने इस अवसर पर भारतीय वीरांगनाओं के कई उदाहरण देते हुए कहा कि उनको आदर्श मानकर अपने स्वयं की रक्षा करें। डीपीओ महिला बाल विकास ने गुड टच-बेड टच के विषय में विस्तार से जानकारी दी।

महिला बाल विकास अधिकारी श्रीमती सुनीता यादव ने कहा कि सरकार ने बच्चों एवं महिलाओं के पोषण की चिन्ता की है। उन्होंने बताया कि राजगढ़ जिले में 1.5 लाख बच्चे और 30 हजार गर्भवती महिलाएँ हैं, जिनका पोषण सरकार कर रही है। श्रीमती यादव ने लैंगिक अपराध एक गंभीर विषय है। उन्होंने कहा कि हम शारीरिक पोषण तो करते हैं। पर मानसिक पोषण भी किया जाए। उन्होंने बताया कि सरकार ने इस विषय पर चिंता की हैं। वर्ष 2012 में निर्भया कांड के बाद शासन ने वन स्टॉप सेंटर बनाए है। हम एक ही छत के नीचे 24 घंटे बच्चियों को सुविधा उपलब्ध कराते है।

वहीं महिला बाल विकास अधिकारी सुनीता यादव ने कहा कि सरकार ने बच्चों एवं महिलाओं की पोषण की चिंता की है। हमारे जिले में 1.5 लाख बच्चे और 30 हजार गर्भवती महिलाएं हैं, जिनका पोषण सरकार करती है। लेकिन लैंगिक अपराध एक गंभीर विषय है। हम शारीरिक पोषण तो करते हैं, मानसिक पोषण भी किया जाये।

पाक्सो की जानकारी से संबंधित फिल्म दिखाई
लैंगिक अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (पॉक्सो) 2012 पर आयोजित इस कार्यशाला में प्रोजेक्टर के माध्यम से बाल अधिकारों से अवगत करवाया गया। वहीं छेड़छाड़, गलत तरीके से छूना, गलत और अपशब्द बोलने, हिंसा, शोषण, मानसिक शारीरिक, ताने मारने, मानसिक तनाव, साइबर अपराध, नशा करना, कम उम्र में शादी, बाल श्रम आदि विषय के संबंध में बच्चों को कानूनों की जानकारी दी गई। कार्यक्रम में स्थानीय जन-प्रतिनिधि एवं विद्यार्थी उपस्थित थे।