बहनों के सशक्तिकरण के लिए सरकार कृत-संकल्पित: महिला बाल विकास मंत्री सुश्री भूरिया

भोपाल मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश भर में लाडली बहनों के लिए रक्षाबन्धन एवं श्रावण उत्सव की तर्ज पर आभार सह उपहार कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसी कड़ी मे  हरियाली अमावस्या के पावन पर्व पर महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया के मुख्य अतिथ्य में पीएम  शासकीय कन्या […]

बहनों के सशक्तिकरण के लिए सरकार कृत-संकल्पित: महिला बाल विकास मंत्री सुश्री भूरिया

भोपाल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश भर में लाडली बहनों के लिए रक्षाबन्धन एवं श्रावण उत्सव की तर्ज पर आभार सह उपहार कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। इसी कड़ी मे  हरियाली अमावस्या के पावन पर्व पर महिला एवं बाल विकास मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया के मुख्य अतिथ्य में पीएम  शासकीय कन्या उ.मा. विद्यालय झाबुआ के परिसर मे आभार सह उपहार कार्यक्रम हुआ।

मंत्री सुश्री निर्मला भूरिया ने बताया कि महिलाओं को स्वावलम्बी एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रदेश सरकार प्रतिमाह उन्हें 1250 रुपये की राशि दे रही है। इस बार रक्षाबंधन के अवसर पर 10 तारीख को लाडली बहनों के खातों में राशि अंतरित की जाएगी। साथ ही उन्हें उपहार स्वरूप 250 रुपये की अलग से राशि दी जायेगी। उन्होंने कहा कि भाई-बहन के प्रेम का त्यौहार रक्षाबंधन के अवसर पर यह मुख्यमंत्री का बहनों के लिए उपहार है। प्रदेश सरकार बहनों के सशक्तिकरण के लिए कृत संकल्पित है, अब बहनो से भी निवेदन है कि वे भी अपनी दैनिक जीवन में कुछ समय स्वयं के लिए निकाले, जीवन में किस राह मे आगे बढ़ना चाहती है वह तय करें और उस लक्ष्य को पाने के लिए मेहनत करे ।अपने स्वास्थ्य को लेकर सजग रहे एवं स्वयं की पहचान बनाने के लिए हमेशा प्रयासरत रहे।

कार्यक्रम में स्थानीय भीली नृत्य के माध्यम से सांस्कृतिक छटा बिखेरी गई। प्रतिकात्मक रूप से लाडली बहनो एवं लाडली लक्ष्मी से लाभान्वित हितग्राहियों को राशि के सर्टिफिकेट का वितरण किया गया। मंत्री सुश्री भूरिया ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की बहनों को धन्यवाद देती हुई सन्देश सह आभार पत्र का वाचन किया।

कार्यक्रम में स्थानीय कलाकार श्रीमती अन्नु भाबोर द्वारा स्थानीय भीली बोली मे लाड़ली बहनो के दल के माध्यम से मुख्यमंत्री को धन्यवाद देते हुए गीत की प्रस्तुती दी । मुख्यमंत्री के लिए राखी एकत्र की गयी, सावन के झूलों पर महिलाओ द्वारा आनन्द लिया गया, साथ ही मेहन्दी लगा कर सावन उत्सव मनाया गया।