जसप्रीत बुमराह ने उस फाइनल में मार्नस लाबुशेन के अंपायर्स कॉल डिसिजन को याद किया, छलका दर्द

नई दिल्ली टी20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब जीतकर टीम इंडिया ने जरूर आईसीसी ट्रॉफी का सूखा खत्म कर दिया है, मगर फैंस और खिलाड़ियों के दिलों में आज भी वर्ल्ड कप 2023 फाइनल का दर्द बाकी है। रोहित शर्मा, विराट कोहली समेत कई सीनियर खिलाड़ियों का उस वर्ल्ड कप फाइनल की रात को याद […]

जसप्रीत बुमराह ने उस फाइनल में मार्नस लाबुशेन के अंपायर्स कॉल डिसिजन को याद किया, छलका दर्द

नई दिल्ली
टी20 वर्ल्ड कप 2024 का खिताब जीतकर टीम इंडिया ने जरूर आईसीसी ट्रॉफी का सूखा खत्म कर दिया है, मगर फैंस और खिलाड़ियों के दिलों में आज भी वर्ल्ड कप 2023 फाइनल का दर्द बाकी है। रोहित शर्मा, विराट कोहली समेत कई सीनियर खिलाड़ियों का उस वर्ल्ड कप फाइनल की रात को याद कर कई बार दर्द छलका है। अब इस कड़ी में जसप्रीत बुमराह का नाम भी जुड़ गया है। जसप्रीत बुमराह ने उस फाइनल में मार्नस लाबुशेन के अंपायर्स कॉल डिसिजन को याद किया। लाबुशेन ने इस मैच में 58 रनों की नाबाद पारी खेली थी। अगर वहा भारत को अंपायर का साथ मिल जाता तो शायद चीजें बदल सकती थी।
 
जसप्रीत बुमराह ने पारी के 28वें ओवर में मार्नस लाबुशेन को विकेट के आगे फंसा लिया था। टीम इंडिया के खिलाड़ियों ने LBW की अपील की मगर अंपायर रिचर्ड केटलबोरो ने उसे नकार दिया। बुमराह समेत सभी खिलाड़ियों को भरोसा था कि गेंद विकेट पर जाकर लग रही है, ऐसे में कप्तान रोहित शर्मा ने रिव्यू की मांग की। रिव्यू में पाया गया कि गेंद विकेट को हलका सा छूकर जा रही है, जिस वजह से उसे अंपायर्स कॉल करार दिया गया। ऐसे में लाबुशेन को जीवनदान मिला और भारत के हाथ निराशा लगी।

मीडिया के एक इवेंट के दौरान जब जसप्रीत बुमराह से पूछा गया कि आपके करियर में अंपायर का वो कौनसा फैसला था जिसे आप आज भी गलत मानते हैं। तो जसप्रीत बुमराह ने वर्ल्ड कप 2023 फाइनल की रात को याद किया। बुमराह ने बताया कि आज भी जब वह रिचर्ड केटलबोरो से मिलते हैं तो उस विकेट की याद दिलाते हैं। जसप्रीत बुमराह ने कहा, "सही या गलत होना अलग बात है, लेकिन वर्ल्ड कप फाइनल में मैंने अंपायर कॉल पर मार्नस लाबुशेन का विकेट लिया था। इसलिए अब भी जब भी मैं रिचर्ड्स से मिलता हूं, तो मैं उनसे कहता हूं कि आप उस आउट दे सकते थे।"

बता दें, वर्ल्ड कप 2023 फाइनल में भारत ने ऑस्ट्रेलिया के सामने 240 रनों का टारेगट रखा था, इस स्कोर का पीछा करते हुए ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 47 रन पर तीन विकेट खो दिए थे। तब ट्रेविस हेड और मार्नस लाबुशेन के बीच 192 रनों की साझेदारी हुई जो गेम चेंजिंग रही।