इस्लामाबाद, ईरान और पाकिस्तान के बीच हाल में हुए सीमा पार हमलों के बीच पाकिस्तानी कैबिनेट की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति ईरान के साथ बढ़ते तनाव पर चर्चा करने के लिए शुक्रवार शाम को एक असाधारण सत्र के लिए एकत्रित होगी।
पाकिस्तानी अखबार डॉन ने आज देश के सूचना मंत्रालय के हवाले से यह जानकारी दी। कार्यवाहक सूचना मंत्री मुर्तजा सोलांगी ने अखबार को बताया कि बैठक की अध्यक्षता कार्यवाहक प्रधानमंत्री अनवर उल हक काकर करेंगे, जो संकट के कारण दावोस में विश्व आर्थिक मंच की अपनी यात्रा जल्द समाप्त कर लौट आये हैं। अखबार की रिपोर्ट के अनुसार, श्री सोलांगी ने बैठक का कोई ठोस एजेंडा साझा नहीं किया, लेकिन ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि यह पाकिस्तान और ईरान के बीच की स्थिति से संबंधित होगा।
ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (आईआरजीसी) ने अपने क्षेत्र पर आतंकवादी हमलों के प्रतिशोध में मंगलवार को पाकिस्तान के दक्षिण-पश्चिमी बलूचिस्तान क्षेत्र में आतंकवादी समूह जैश अल-अदल के अड्डे पर बैलिस्टिक मिसाइलें और ड्रोन से हमले किये। यह पाकिस्तानी क्षेत्र पर ईरानी सशस्त्र बलों द्वारा किया गया पहला मिसाइल हमला था।
पाकिस्तान ने कहा कि हमले में दो बच्चों की मौत हुई है और तीन अन्य घायल हो गये। उसने ईरान के कृत्यों की निंदा की और उसके द्वारा मौजूदा संचार चैनलों के माध्यम से हमलों के बारे में इस्लामाबाद को पहले से जानकारी नहीं देने पर चिंता व्यक्त की।
बदले की कार्रवाई करते हुए गुरुवार को पाकिस्तान ने ईरान के सिस्तान और बलूचिस्तान में ‘आतंकवादी ठिकानों’ पर रात भर हमले किये। इसके बाद, पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने आईआरजीसी द्वारा किए गए हमलों के बाद ईरानी विदेश मंत्रालय के बयान की तर्ज पर जारी एक बयान में कहा कि पाकिस्तान, ईरान की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करता है और उसने केवल अपनी सुरक्षा और राष्ट्रीय हितों की रक्षा के एकमात्र उद्देश्य से ये हमले किये हैं।