नयी दिल्ली, केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण तथा जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि यह बजट भारतवर्ष को विकास के मार्ग पर तेजी से प्रशस्त करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी की झलक दिखा रहा है।
श्री मुंडा ने अंतरिम बजट 2024-25 पर अपनी प्रतिक्रिया में गुरुवार को कहा कि यह अंतरिम बजट देश के किसान, गरीब, नारी शक्ति और युवा शक्ति की प्रगति का प्रतिबिंब है, जिनके विकास का संकल्प मोदी सरकार ने लिया है। मोदी सरकार द्वारा किए अनेक उपाय निश्चित ही हमारे अन्नदाताओं का जीवन स्तर और ऊंचा उठाएंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने संकल्पबद्ध होकर कहा है कि गरीबों, महिलाओं, युवाओं और किसानों की आवश्यकताएं, आकांक्षाएं और कल्याण हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। अंतरिम बजट में सबका साथ-सबका विकास-सबका विश्वास-सबका प्रयास की भावना परिलक्षित होती है।
उन्होंने कहा कि किसानों के कल्याण के लिए एक के बाद एक अनेक ठोस कदम पिछले कुछ वर्षों में उठाए गए हैं। इनमें प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि अत्यंत महत्वपूर्ण है, जिसके अंतर्गत अभी तक 11.80 करोड़ किसानों को प्रत्यक्ष लाभ हुआ है और बिना बिचौलियों के लगभग 2.81 लाख करोड़ रुपये पूरी पारदर्शिता के साथ किसानों के बैंक खातों में जमा कराए गए हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के माध्यम से भी लगभग चार करोड़ किसानों को सुरक्षा कवच प्रदान किया गया है। इसी तरह, किसानों के लाभ के लिए 1361 ई-नाम मंडियां शुरू की गई है, जिन पर अभी तक तीन लाख करोड़ रुपए का व्यापार दर्ज हो चुका है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर तिलहन अभियान सरकार की महत्वपूर्ण पहल है। वर्ष 2022 में घोषित पहल के आधार पर, सरसों, मूंगफली, तिल, सोयाबीन, सूरजमुखी जैसे तिलहनों के लिए ‘आत्मनिर्भरता’ प्राप्त करने के लिए एक रणनीति तैयार की जाएगी। इसमें अधिक उपज देने वाली किस्मों के लिए अनुसंधान, आधुनिक कृषि तकनीकों को व्यापक रूप से अपनाना, बाजार संपर्क, खरीद, मूल्य संवर्धन व फसल बीमा शामिल होंगे।
श्री मुंडा ने बताया कि किसानों का समर्थन करते हुए केंद्र सरकार एकत्रीकरण, आधुनिक भंडारण, कुशल आपूर्ति श्रृंखला, प्राथमिक व माध्यमिक प्रसंस्करण और विपणन एवं ब्रांडिंग सहित फसल कटाई के बाद की गतिविधियों में निजी-सार्वजनिक निवेश को बढ़ावा देगी। उन्होंने कहा कि सभी कृषि-जलवायु क्षेत्रों में विभिन्न फसलों पर नैनो डीएपी (उर्वरक) का विस्तार किया जाएगा। डेयरी किसानों को समर्थन देने के लिए एक व्यापक कार्यक्रम तैयार किया जाएगा। मत्स्य पालन को बढ़ावा देते हुए पांच एकीकृत एक्वा पार्क स्थापित किए जाएंगे, वहीं प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (पीएमएमएसवाई) के कार्यान्वयन को आगे बढ़ाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बीते एक दशक में प्रधानमंत्री के नेतृत्व में देश प्रगति पथ पर तेजी से आगे बढ़ा है। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट भाषण में इसके बारे में विस्तार से उल्लेख किया है। सरकार ने जनता पर टैक्स का कोई भार नहीं डाला है। 10 साल में भारतीय अर्थव्यवस्था में गहरा सकारात्मक परिवर्तन देखा गया है। देशवासी आशा के साथ सुनहरे भविष्य की ओर देख रहे हैं। सभी के लिए आवास जैसी महत्वाकांक्षी योजना इस मायने में उल्लेखनीय है। अगले पाँच वर्षों में पीएम आवास योजना (ग्रामीण) के तहत दो करोड़ और घर बनाए जाएंगे। कोविड के कारण उत्पन्न चुनौतियों के बावजूद सरकार इस योजना के तहत दो करोड़ घर के लक्ष्य को प्राप्त करने के करीब है।
केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन तथा उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि विकसित भारत के संकल्प को मजबूती प्रदान करने वाले उत्कृष्ठ, समावेशी अंतरिम बजट के लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण का अभिनंदन है। यह बजट सर्वांगीण विकास व सशक्तिकरण को समर्पित है। साथ ही राष्ट्र निर्माण को समर्पित यह अंतरिम बजट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत, सशक्त भारत विजन को साकार करने वाला है।