श्री गणेशाय नमः
प्रायोगिक वास्तु जीवन में कितना सार्थक है –
सामान्यतः हमे अपने आस पास देखने मे आता है किसी के यहाँ आग्नेय दिशा में लाल बल्ब लगा होता है इसे या तो व्यक्ति ने स्वयं कही से पढ़कर या वीडियो देखकर लगा लिया अथवा किसी ने सलाह दी है, बहुत कम बार ही लाभ दे पाता है अधिकांश हानि करता है। कारण अगर आपकी जन्मपत्रिका में मंगल 4,8,या 12 वे स्थान में है अथवा इन भावों से सम्बंध बना रहा है। आठवे भाव मे राहु या शनि के साथ है और आपका प्रवेश द्वार भी दुर्घटना कारक है तो जैसे ही लाल बल्ब लगाया कि कोई न कोई हादसा होने की परिस्थिति बन जाती है।
आग्नेय दिशा शुक्र की दिशा है एवं शुक्र पत्नी का कारक ग्रह है तो अगर जन्मपत्रिका में शुक्र मंगल की स्थिति सकारात्मक नही है तो पत्नी का स्वास्थ्य खराब हो जाता है व दाम्पत्य जीवन मे लड़ाईझगड़े की स्थिति बन जाती है।
इसीलिए किसी भी तरह के प्रयोग करने से पहले यह निश्चित कर लेना चाहिए कि यह उपाय आप के लिए उचित है या नही।
सही मार्ग दर्शन, बेहतर जीवन
सुश्री सिद्धेश्वरी भारद्वाज
हस्तरेखा, ज्योतिष रत्न एवं वास्तु सलाह कार
94250 20347