भोपाल| मध्य प्रदेश विधानसभा का मानसून सत्र आज पांचवें दिन में प्रवेश कर रहा है और इस बार की कार्यवाही भी खासा गरमाने की उम्मीद है। अब तक के चार दिनों में कांग्रेस की ओर से लगातार सरकार के खिलाफ आक्रामक रुख अपनाया गया है और आज भी 108 एम्बुलेंस सेवा में गड़बड़ियों, भूजल संरक्षण, और अन्य ज्वलंत विषयों पर विपक्ष के सरकार को घेरने के पूरे आसार हैं।
मुख्य फोकस: 108 एम्बुलेंस सेवा की अनियमितताएं
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार आज सदन में ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के माध्यम से 108 एम्बुलेंस सेवा की बदहाल व्यवस्था का मुद्दा उठाने जा रहे हैं। कांग्रेस का आरोप है कि “जय अंबे इमरजेंसी सर्विसेस” नामक निजी कंपनी, जो राज्य में 108 एम्बुलेंस का संचालन करती है, जरूरतमंद मरीजों, गर्भवती महिलाओं और सड़क दुर्घटनाओं के शिकार लोगों को समय पर सहायता नहीं पहुंचा पा रही है।
विपक्ष का कहना है कि यह न सिर्फ सेवा में लापरवाही है, बल्कि यह आम नागरिकों की जान के साथ खुला खिलवाड़ भी है। कांग्रेस के मुताबिक यह मुद्दा राज्यव्यापी चिंता का विषय है और सरकार को इस पर जवाब देना ही होगा।
81 याचिकाएं और 4 अशासकीय संकल्प आज होंगे पेश
सदन में आज 81 याचिकाएं पेश की जाएंगी, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, रोजगार और आधारभूत संरचना से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की संभावना है। इसके अलावा, चार अशासकीय संकल्प भी प्रस्तावित हैं जो विधायकों को सीधे तौर पर जनहित के मुद्दों को उठाने का अवसर प्रदान करेंगे।
भूजल संरक्षण पर प्रस्तावित चर्चा
नियम 139 के तहत आज सदन में भूजल और प्राकृतिक जल स्रोतों के संरक्षण को लेकर विशेष चर्चा प्रस्तावित है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार की जल नीति ज़मीन पर कारगर साबित नहीं हो रही है, जिससे ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में जल संकट की स्थिति उत्पन्न हो रही है।
सदन में यह मुद्दा विशेष रूप से इसलिए भी महत्वपूर्ण हो गया है क्योंकि राज्य के कई हिस्सों में पानी का स्तर लगातार नीचे जा रहा है और वर्षा आधारित स्रोतों की स्थिति भी चिंताजनक बनी हुई है।
सत्ता-विपक्ष के बीच फिर हो सकती है तीखी बहस
अब तक के सत्र में कांग्रेस की रणनीति एक के बाद एक मुद्दों को सामने लाकर सरकार को घेरने की रही है — ड्रग्स कारोबार, कानून व्यवस्था, शिक्षक तबादला घोटाला जैसे मुद्दों पर पहले ही सत्र गरम रह चुका है। ऐसे में आज की कार्यवाही में भी सत्ता और विपक्ष के बीच तीखी बहस और आरोप-प्रत्यारोप का दौर देखने को मिल सकता है।
सत्र का आज का दिन कई अहम मुद्दों को लेकर बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। जहां एक ओर विपक्ष 108 एम्बुलेंस की बदहाली और जल संकट को लेकर सरकार से जवाब मांगने के मूड में है, वहीं सत्ता पक्ष के लिए यह एक चुनौती होगी कि वह इन आरोपों का तथ्यों और योजनाओं के दम पर जवाब दे सके।
जनहित से जुड़े इन संवेदनशील मुद्दों पर होने वाली आज की चर्चा राज्य की राजनीति और नीति-निर्माण प्रक्रिया में महत्वपूर्ण प्रभाव छोड़ सकती है।