बड़वानी 2 अगस्त – जिले में निजी स्कूल और बुक स्टोर्स की सांठ गांठ का मामला गर्माया हुआ था जिसकी जांच अभी चल रही है इसी बीच बुक स्टोर्स के संचालकों का एक कागज पर लिखा हुआ सील साईन किया हुआ पत्र लिफाफे में पैक होकर Aaj24x7LIVE को मिला जिसमें लिखा है कि ” शैक्षणिक सत्र 2025 – 2026 में नर्मदा कांवेंट स्कूल प्रबंधन ने किसी भी कक्षा की पुस्तकों और कापीयो की कोई भी सूची उपलब्ध नहीं कराई है और न ही अप्रैल / मई और 15 जून तक स्कूल के नोटिस बोर्ड पर चस्पा की गई थी ।
पालकों को केवल भ्रमित किया जा रहा है, हमारे संस्थान पर नर्मदा कांवेंट की कोई भी पुस्तक उपलब्ध नहीं है ।

इस तरह के 9 बुक स्टोर्स के पत्र है जिसपर एक ही स्कूल को लेकर इस तरह से पत्र लिखा गया है और उसमें नीचे की तरफ बुक स्टोर्स के संचालक का नाम पता और एक कार्नर पर बुक स्टोर्स का विजिटिंग कार्ड भी लगा है ।









अगर इन पत्रों को सही माना जाए तो इस तरह का पत्र निजी विद्यालयों की इस बात की तरफ भी एक इशारा माना जा सकता है कि निजी स्कूलों के द्वारा सिर्फ अलग अलग बुक स्टोर्स के नाम बोल दिए जाते है लेकिन पुस्तके उनकी मर्जी की दुकानों से ही मिलती है प्रशासनिक जांच में क्या आता है ये सब उसके बाद ही स्पष्ट होगा ।
महाजन बुक स्टोर्स संचालक संजय महाजन ने बताया कि उनकी बुक स्टोर्स के नाम से जो पत्र मिला वह पत्र उनके द्वारा ही लिखा गया है उनका कहना है कि पूर्व में भी कई बार श्रीराम यादव से इस बात को लेकर चर्चा हो चुकी की जब उनके विद्यालय की बुक्स की सूची उन्हें नहीं दी जाती है तो पालकों को उनकी बुक स्टोर्स पर क्यों भेजा जाता है लेकिन इस वर्ष भी उनके द्वारा पालकों हमारी बुक स्टोर्स भेजा गया जिससे पालकों समझाने में काफी दिक्कतें आती है ।
मामले में आरोपों को निराधार बताते हुए नर्मदा कांवेंट स्कूल के संचालक श्रीराम यादव ने बताया कि हमारे द्वारा बुक और नोट बुक की सूची सूचना बोर्ड पर चस्पा कर दी जाती है जिसकी फोटो खिचकर पालक ले जाते है और उन्हें वो बुक्स जहां भी उपलब्ध होती है वहां से खरीद सकते है , हमारे द्वारा पालकों पर कोई दबाव नहीं डाला जाता है बुक स्टोर्स के संचालकों को भी हम कोई सूची नहीं देते है , जो भी हमारी स्कूल की किताबें बेचना चाहते है वो भी यहां से फोटो खींचकर ले जाते है।
मामले में जब डीपीसी प्रमोद शर्मा से बात की तो उन्होंने कहा कि भेजे गए पत्र के आधार पर जांच कर आगे की कार्रवाई की जाएगी ।