नई दिल्ली/भोपाल, 4 अगस्त 2025।
देशभर के व्यापारियों की शीर्ष संस्था कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) द्वारा लोकतांत्रिक भागीदारी का एक अनुकरणीय उदाहरण शनिवार को प्रस्तुत किया गया, जब संगठन का एक 150 सदस्यों का प्रतिनिधिमंडल संसद की लोकसभा कार्यवाही को देखने पहुंचा। प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व स्वयं CAIT के महासचिव एवं सांसद प्रवीण खंडेलवाल और राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी. भरतिया ने किया।
इस अवसर पर प्रतिनिधिमंडल ने संसद की कार्यवाही को प्रत्यक्ष रूप से देखा और लोकतंत्र की कार्यप्रणाली को करीब से समझने का अवसर प्राप्त किया। यह पहल इस मायने में भी महत्वपूर्ण रही कि यह दर्शाता है कि व्यापारी वर्ग अब केवल आर्थिक गतिविधियों तक सीमित न रहकर नीति-निर्धारण प्रक्रियाओं से भी जुड़ाव स्थापित कर रहा है।
लोकसभा अध्यक्ष से विशेष भेंट
कार्यक्रम के दौरान प्रतिनिधिमंडल ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से भी विशेष भेंट की। बातचीत के दौरान संगठन द्वारा व्यापारियों के हितों में किए जा रहे कार्यों की जानकारी साझा की गई।
लोकसभा अध्यक्ष ने CAIT की पहल की खुले शब्दों में सराहना की और कहा,
“व्यापारियों की आवाज़ अब संसद में प्रवीण खंडेलवाल जी के माध्यम से बुलंद हो चुकी है। यदि भविष्य में भी किसी विषय पर ज़रूरत पड़ी, तो राज्य सरकारों से भी संवाद कर व्यापारियों के हितों की रक्षा की जाएगी।“
व्यापारियों के लिए एक राष्ट्रीय आंदोलन: खंडेलवाल
CAIT महासचिव एवं सांसद प्रवीण खंडेलवाल ने अपने वक्तव्य में कहा कि संगठन केवल एक व्यापारिक संस्था नहीं है, बल्कि ‘स्वदेशी अभियान’, ‘जीएसटी सरलीकरण’, ‘डिजिटल व्यापार’, ‘ई-कॉमर्स में समान अवसर’, और ‘व्यापारी सुरक्षा कानून’ जैसे गंभीर मुद्दों पर काम करने वाला एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन बन चुका है। उन्होंने कहा कि व्यापारियों को लोकतांत्रिक प्रक्रिया से जोड़ना आवश्यक है ताकि उनकी भागीदारी सिर्फ व्यापार तक सीमित न रहकर नीति-निर्माण में भी हो।
भोपाल से सक्रिय सहभागिता
कार्यक्रम में भोपाल जिले से भी सक्रिय भागीदारी रही। CAIT के भोपाल जिला अध्यक्ष धर्मेंद्र शर्मा ने जानकारी दी कि इस आयोजन का उद्देश्य केवल संसद की कार्यवाही को देखना नहीं, बल्कि यह संदेश देना भी था कि
“अब व्यापारी वर्ग की आवाज़ व्यवस्था के केंद्र तक पहुँच चुकी है।“
इस प्रतिनिधिमंडल में भोपाल से प्रदेश अध्यक्ष सुनील अग्रवाल, तेज़कुलपाल पाली, सुनील जैन 501, मंजरी, और धर्मेंद्र शर्मा सहित कई व्यापारी नेता शामिल हुए।