नई दिल्ली
टीम इंडिया हाल ही में परिवर्तन के दौर की पहली परीक्षा में सफल रही। भारतीय टीम ने इंग्लैंड दौरे पर पांच टेस्ट मैचों की सीरीज 2-2 से ड्रॉ कराई। यह सीरीज बेहद रोमांचक रही। 25 वर्षीय शुभमन गिल की अगुवाई में टीम जब इंग्लैंड पहुंची थी तो उससे ज्यादा उम्मीद नहीं लगाई गई। इसकी वजह विराट कोहली और रोहित शर्मा जैसे खिलाड़ियों की अनुपस्थिति थी, जिन्होंने सीरीज से पहले टेस्ट रिटायरमेंट ले लिया। हालांकि, शुभमन ब्रिगेड की सबसे बड़ी खासियत यह रही कि उसने किसी भी मैच में आखिर तक हार नहीं मानी। अनुभवी बल्लेबाज करुण नायर ने अब टीम इंडिया के ड्रेसिंग रूम के अंदर की एक बात बताई है। उन्होंने कहा कि हेड कोच गौतम गंभीर के एक मैसेज ने टीम इंडिया में जुनून भरा था।
नायर ने ईएसपीएनक्रिकइन्फो से कहा, “शुरुआत में ही गौती (गौतम गंभीर) भाई ने कहा था कि वह नहीं चाहते कि हम इसे एक परिवर्तन के दौर से गुजरने वाली टीम के रूप में देखें। वह नहीं चाहते थे कि हम ऐसा महसूस करें। हमें जो पहला मैसेज मिला, वो था ‘यह कोई यंग टीम नहीं बल्कि एक गन टीम है और सभी को इसे अंदर से महसूस करना चाहिए।’ टीम के अंदर यही संदेश था कि हर कोई टीम के लिए खेले और एक-दूसरे को सपोर्ट करे। कोच या कप्तान का ऐसा कहना एक बात है लेकिन इसे महसूस करना अद्भुत था।” नायर ने सीरीज में चार मैचों में 25.62 के औसत से 205 रन बनाए, जिसमें एक फिफ्टी है। नायर 8 साल बाद भारत के लिए खेले।
33 वर्षीय बल्लेबाज ने युवा कप्तान गिल की भी तारीफ की। उन्होंने कहा, “शुभमन ने जिस तरह से सभी को एकजुट रखा और जो प्रोत्साहन दिया, वो देखने लायक था। वह शुरू से ही अपनी बातचीत में बिल्कुल स्पष्ट थे। शुभमन ने टीम का नेतृत्व करते हुए एक बल्लेबाज के रूप में जो हासिल किया, उन्होंने गौती भाई द्वारा दिए गए मैसेज की भावना का उदाहरण प्रस्तुत किया।” गिल ने 10 पारियों में 75.40 के औसत से 754 रन बनाए, जो सीरीज में सर्वाधिक थे। उन्होंने चार शतक लगाए। वह प्लेयर ऑफ द सीरीज चुने गए। गिल एक टेस्ट सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले भारतीय कप्तान बन चुके हैं। वह ओवरऑल लिस्ट में दूसरे नंबर पर हैं।