यूपीआईटीएस 2025
यूपीआईटीएस से विदेशी बाजार तक पहुंच बना रहीं उत्तर प्रदेश की महिला उद्यमी
एमओयू के जरिए मिल रही नई पहचान और बड़े मौके
कानपुर से दिल्ली-एनसीआर तक गूंजी सफलता की कहानियां
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस बना बदलाव का आधार, महिला सशक्तिकरण की नई मिसाल पेश कर रहा यूपी
सरकार के प्रयासों ने बढ़ाई बिजनेस लीड्स और अवसर, ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर दम दिखा रहीं प्रदेश की महिलाएं
ग्रेटर नोएडा
उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (यूपीआईटीएस 2025) ने इस बार महिला उद्यमियों के आत्मविश्वास और संभावनाओं को नई उड़ान दी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में प्रदेश सरकार द्वारा बनाए गए बिजनेस-फ्रेंडली माहौल और महिलाओं को बढ़ावा देने वाली नीतियों का असर इस इवेंट में साफ नजर आया। यहां देश और विदेश से आए बायर्स के साथ महिला उद्यमियों ने बड़ी डील्स साइन कीं, जिससे उनके ब्रांड्स को न केवल घरेलू बल्कि वैश्विक पहचान भी मिली। यूपीआईटीएस 2025 ने यह साबित कर दिया है कि सही नीति और मजबूत नेतृत्व से महिला उद्यमियों को आगे बढ़ने का मौका मिलता है। योगी सरकार के प्रयासों ने उत्तर प्रदेश को न केवल निवेश और व्यापार का हब बनाया है, बल्कि महिला उद्यमिता को भी नई पहचान दी है। यह आयोजन महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक नई क्रांति साबित हो रहा है।
संगीता को मिला 10 हजार डॉलर का एमओयू
कानपुर की एंटरप्रेन्योर संगीता सिंह ने बताया कि यह इवेंट मेरे लिए बहुत लाभकारी साबित हुआ है। मैं लगातार तीसरे वर्ष इसमें पार्टिसिपेट कर रही हूं। हर बार की तरह इस बार भी मुझे फॉरेन बॉयर्स से अच्छा रिस्पॉन्स मिला है। शनिवार को ही मैंने यहां पर 10 हजार डॉलर का एमओयू साइन किया है। मोदी सरकार और योगी सरकार ने जिस तरह से प्रदेश में महिला उद्यमियों को प्रमोट किया है वो बेहद शानदार है और इससे महिला सशक्तिकरण की एक नई मिसाल कायम हो रही है।
वैश्विक पहचान का मिल रहा अवसर- श्रुति
दिल्ली एनसीआर की श्रुति चंडक ने भी यूपीआईटीएस में फॉरेन बायर्स के साथ बड़ी डील साइन करते हुए एमओयू किया। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार और सीएम योगी की वजह से आज इस इवेंट का हिस्सा बनकर बहुत खुश हूं। यूपीआईटीएस के रूप में यह एक प्लेटफॉर्म मिला है, जहां महिला उद्यमियों को भी अपने ब्रांड्स को वैश्विक पहचान दिलाने में सफलता मिल रही है। सीएम योगी का इसके लिए आभार जताती हूं।
महिला उद्यमियों के लिए बेहतर है माहौलः रबलीन
कॉरिस क्वीन प्रा.लि. की रबलीन कौर ने बताया कि इस आयोजन का हिस्सा बनकर वो बहुत खुश हैं। यूपीआईटीएस में सम्मिलित होने का यह उनका पहला मौका है और उन्हें यहां बहुत कुछ सीखने को मिल रहा है। उन्होंने कहा कि उनके फूड प्रोडक्ट्स को यहां फॉरेन बॉयर्स ने बहुत सराहा है। उन्हें बहुत अच्छी बिजनेस लीड्स मिली हैं, जो इवेंट के बाद एमओयू में बदलेंगी। वहीं, हमने कुछ एमओयू भी साइन किए हैं। यहां का माहौल वाकई महिला उद्यमियों के लिए बहुत शानदार है। यूपी सरकार ने इसके लिए जो प्रयास किए हैं वो सराहनीय हैं।
विदेशी महिला बायर्स ने भी सरकार के प्रयास को सराहा
रबलीन ने मॉरीशस की एक कंपनी के साथ एमओयू किया। कंपनी की प्रतिनिधि ने भी योगी सरकार की तारीफ करते हुए कहा कि उन्हें यहां आकर बहुत अच्छा लग रहा है। यहां पर जो प्रोडक्ट्स दिख रहे हैं वो वर्ल्ड क्लास हैं। इन प्रोडक्ट्स को निश्चित रूप से विदेशों में भी काफी पसंद किया जाएगा। उन्होंने योगी सरकार को इस इवेंट के लिए धन्यवाद दिया और कहा कि यहां का माहौल बिजनेस प्रमोशन के लिए वाकई यादगार है।
ईज ऑफ डूइंग बिजनेस बना महिला सशक्तिकरण का आधार
प्रदेश सरकार ने ‘ईज ऑफ डूइंग बिजनेस’ के लिए जो नीतियां लागू की हैं, उनका सबसे अधिक लाभ महिला उद्यमियों को मिल रहा है। एकल विंडो सिस्टम, निवेश को सरल बनाने की प्रक्रिया और महिला उद्यमिता को बढ़ावा देने वाले विशेष प्रोत्साहन पैकेज ने उत्तर प्रदेश को महिला उद्यमियों के लिए नई संभावनाओं की भूमि बना दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सोच स्पष्ट है किमहिला सशक्तिकरण बिना आर्थिक आत्मनिर्भरता के संभव नहीं। इसी दृष्टिकोण से सरकार ने महिला उद्यमियों को प्रोत्साहन, लोन सुविधाएं, स्किल डेवलपमेंट और मार्केट एक्सेस जैसे क्षेत्रों में मजबूती दी है। यूपीआईटीएस इसी सोच का ठोस उदाहरण है, जहां महिला उद्यमियों को अपने ब्रांड्स को आगे बढ़ाने और विदेशी बाजार तक पहुंचाने का अवसर मिल रहा है।