भोपाल। लक्ष्मी नारायण प्रौद्योगिकी महाविद्यालय (एलएनसीटी), भोपाल ने सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) और स्टार्टअप्स को बौद्धिक संपदा अधिकार (Intellectual Property Rights – IPR) की समझ देने के उद्देश्य से एक विशेष “आईपीआर जागरूकता कार्यक्रम” का आयोजन किया।
यह आयोजन एमएसएमई नवाचार योजना के अंतर्गत भारत सरकार के एमएसएमई मंत्रालय और एसोचैम आईपी सुविधा केंद्र (AIPFC) के सहयोग से 10 अक्टूबर 2025 को सम्पन्न हुआ।
कार्यक्रम का विषय था – “एमएसएमई और स्टार्टअप्स की व्यावसायिक सफलता के लिए आईपीआर”, जिसके अंतर्गत विशेषज्ञों ने बताया कि आज के प्रतिस्पर्धी व्यावसायिक माहौल में बौद्धिक संपदा किसी भी उद्यम की सबसे बड़ी पूंजी बन चुकी है।

विशेषज्ञों ने साझा किए विचार: नवाचार को मिला नया दृष्टिकोण
आईपीआर क्षेत्र के विशेषज्ञ विजय शिवपुजे और सुश्री अपर्णा पंढारकर ने सत्रों के माध्यम से प्रतिभागियों को आईपीआर व्यावसायीकरण, मूल्यांकन और एमएसएमई पहलों से जुड़ी गहन जानकारी दी।
उन्होंने समझाया कि पेटेंट, ट्रेडमार्क, डिजाइन और कॉपीराइट जैसे अधिकार न केवल किसी आविष्कार या ब्रांड की सुरक्षा करते हैं, बल्कि व्यावसायिक प्रतिस्पर्धा में भी उसे बढ़त प्रदान करते हैं।
श्री शिवपुजे ने कहा कि “नवाचार तभी सार्थक है जब उसकी बौद्धिक सुरक्षा सुनिश्चित हो। एमएसएमई और स्टार्टअप्स के लिए यह दीर्घकालिक सफलता का मूल आधार बन सकता है।”
सुश्री पंढारकर ने आईपीआर के आर्थिक और रणनीतिक महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि “उद्योग जगत में नवाचार तभी जीवित रह सकता है, जब उसे कानूनी सुरक्षा और बाजार मूल्यांकन दोनों प्राप्त हों।”

एलएनसीटी का नवाचार के प्रति संकल्प
कार्यक्रम के दौरान एलएनसीटी समूह के सचिव डॉ. अनुपम चौकसे ने कहा कि “संस्थान शोध, स्टार्टअप संस्कृति और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। बौद्धिक संपदा अधिकारों की जानकारी विद्यार्थियों और उद्यमियों के लिए विकास का नया मार्ग प्रशस्त करती है।”
एलएनसीटी समूह के निदेशक (प्रशासन) डॉ. अशोक कुमार राय ने कार्यक्रम में शामिल अतिथियों का स्वागत किया और इसे भविष्य की उद्योग-अकादमिक साझेदारी के लिए एक सार्थक पहल बताया।
आयोजन समिति ने जताया आभार
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ. वी. के. साहू ने आयोजन की सफलता के लिए विशेषज्ञों और सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया।
कार्यक्रम की आयोजन समिति में डॉ. अनूप कुमार चतुर्वेदी, डॉ. आनंद सिंह, प्रो. सिजी जॉर्ज और डॉ. सरवन कुमार साबले शामिल रहे, जिन्होंने पूरे आयोजन का संचालन किया।
एमएसएमई इनोवेटिव स्कीम से जुड़ा महत्व
यह कार्यक्रम एमएसएमई इनोवेटिव स्कीम जैसी राष्ट्रीय पहल के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य नवाचार, उद्यमिता और बौद्धिक उत्कृष्टता को बढ़ावा देना है।
एलएनसीटी भोपाल ने इस आयोजन के माध्यम से यह संदेश दिया कि “ज्ञान और नवाचार की सुरक्षा ही सतत व्यावसायिक सफलता की कुंजी है।”
कार्यक्रम में बड़ी संख्या में छात्र, स्टार्टअप प्रतिनिधि और एमएसएमई क्षेत्र के उद्यमी उपस्थित रहे। सत्रों के माध्यम से उन्हें न केवल आईपीआर की बारीक समझ मिली, बल्कि व्यावहारिक स्तर पर इसके लाभों को अपनाने की प्रेरणा भी मिली।
