नई दिल्ली
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यहां संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस से मुलाकात की. साथ ही ये कहा कि वह वर्तमान वैश्विक व्यवस्था और बहुपक्षवाद पर इसके प्रभावों के बारे में संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के आकलन की सराहना करते हैं. इसके अलावा भारत के विकास के लिए निरंतर समर्थन के लिए भी उनका धन्यवाद भी किया.
जयशंकर ने (स्थानीय समय) सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा, “आज न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासचिव @antonioguterres से मिलकर अच्छा लगा. वर्तमान वैश्विक व्यवस्था और बहुपक्षवाद पर इसके प्रभावों के उनके आकलन की सराहना करता हूं. विभिन्न क्षेत्रीय मुद्दों पर उनके दृष्टिकोण की भी सराहना करता हूं”
जयशंकर ने कहा कि उन्होंने गुटेरेस को “भारत के विकास और प्रगति के लिए स्पष्ट और निरंतर समर्थन” के लिए धन्यवाद दिया और भारत में उनका स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं.
संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में गुटेरेस से मुलाकात के दौरान जयशंकर के साथ संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी प्रतिनिधि राजदूत पी. हरीश, संयुक्त राष्ट्र में उप-स्थायी प्रतिनिधि राजदूत योजना पटेल और संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन के अधिकारी भी मौजूद थे.
जयशंकर ने कहाकि उन्होंने गुटेरेस को “भारत के विकास और प्रगति के लिए स्पष्ट और निरंतर समर्थन” के लिए धन्यवाद दिया. इसके साथ ये कहाकि भारत, संयुक्त राष्ट्र प्रमुख के इंडिया में स्वागत करने के लिए उत्साहित हैं.
गौर करें तो जयशंकर जी-7 विदेश मंत्रियों की बैठक के लिए कनाडा में थे. यहां उन्होंने अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो से मुलाकात कर अन्य वैश्विक समकक्षों के साथ द्विपक्षीय बैठकें कीं.
इससे पहले मंगलवार को गुटेरेस ने दिल्ली धमाके पर कहा था कि “वहां जो कुछ हुआ” उसके लिए भारत सरकार और लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की थी. वहीं उनके उप प्रवक्ता फरहान हक ने कहा कि इस घटना की पूरी जांच होनी चाहिए.
संयुक्त राष्ट्र की दैनिक ब्रीफिंग में लाल किले के पास हुए हमले के बारे में पूछे जाने पर हक ने कहा, “हम निश्चित रूप से भारत सरकार और भारत के लोगों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं कि वहां क्या हुआ है, और इसकी भी पूरी जांच होनी चाहिए.” फरहान हक ने लाल किले पर हुए हमले को केवल “वहां जो हुआ” बताया.
