विवेक झा, भोपाल, 01 अक्टूबर 2025।
मनरेगा और कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) के संयुक्त तत्वावधान में भोपाल में एक जागरूकता कार्यक्रम का सफल आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कर्मचारियों को भविष्य निधि (EPF), पेंशन (EPS) और बीमा (EDLI) जैसी सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभों के बारे में विस्तृत जानकारी देना था। साथ ही उपस्थित कर्मचारियों को ई-नामांकन (e-nomination) पूर्ण करने के लिए प्रेरित किया गया, ताकि वे समय पर इन सुविधाओं का लाभ उठा सकें।
ई-नामांकन की जरूरत और फायदे
कार्यक्रम के दौरान ईपीएफ आयुक्त शिखर शर्मा ने बताया कि कर्मचारियों के लिए ई-नामांकन बेहद जरूरी है। ई-नामांकन पूरा करने से भविष्य निधि, पेंशन और बीमा से जुड़े सभी लाभ नामांकित व्यक्ति तक पारदर्शी, तेज़ और सुरक्षित तरीके से पहुँचते हैं। उन्होंने कहा कि तकनीक आधारित इस सुविधा से कर्मचारियों को ईपीएफओ कार्यालय के चक्कर लगाने की आवश्यकता नहीं पड़ती, क्योंकि पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन संपन्न होती है।
ई-नामांकन के फायदे बताते हुए उन्होंने कहा कि –
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क्लेम प्रक्रिया बेहद आसान और तेज़ हो जाती है।
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नियोक्ता के सत्यापन की आवश्यकता नहीं पड़ती।
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पूरी प्रक्रिया पारदर्शी और सुरक्षित रहती है।
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कर्मचारियों के आश्रितों तक लाभ सीधे पहुँच जाते हैं।
मनरेगा आयुक्त का संदेश
इस अवसर पर मनरेगा आयुक्त अवि प्रसाद ने उपस्थित कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हर कर्मचारी को भविष्य निधि, पेंशन और बीमा से जुड़े प्रावधानों की जानकारी होना आवश्यक है। उन्होंने कर्मचारियों से आह्वान किया कि वे समय रहते अपना ई-नामांकन पूर्ण करें, ताकि आकस्मिक परिस्थितियों में उनके परिवार को आर्थिक सुरक्षा मिल सके।
ईडीएलआई योजना की जानकारी
कार्यक्रम में विशेष रूप से ईडीएलआई (Employees’ Deposit Linked Insurance) योजना के बारे में जानकारी साझा की गई। वक्ताओं ने बताया कि यदि किसी ईपीएफओ सदस्य की सेवा अवधि के दौरान मृत्यु हो जाती है, तो उसके आश्रितों को ₹7 लाख तक का एकमुश्त बीमा लाभ दिया जाता है। इस योजना की सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसके लिए कर्मचारी को कोई प्रीमियम नहीं देना पड़ता, बल्कि पूरा योगदान नियोक्ता द्वारा किया जाता है।
कर्मचारियों की सक्रिय भागीदारी
जागरूकता कार्यक्रम में बड़ी संख्या में कर्मचारी मौजूद रहे। कार्यक्रम के दौरान कर्मचारियों ने पेंशन, बीमा और भविष्य निधि योजनाओं से जुड़े कई प्रश्न पूछे, जिनका समाधान मौके पर ही विशेषज्ञों द्वारा किया गया। कर्मचारियों ने बताया कि इस तरह के आयोजन से उन्हें योजनाओं को समझने और तकनीकी प्रक्रियाओं को अपनाने में आसानी होती है।
भविष्य की दिशा
आयोजकों ने कहा कि आगे भी इस तरह के जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे, ताकि अधिक से अधिक कर्मचारियों तक ईपीएफओ की योजनाओं की जानकारी पहुँच सके। इससे कर्मचारियों को न केवल योजनाओं का सीधा लाभ मिलेगा बल्कि सामाजिक सुरक्षा के क्षेत्र में उनकी जागरूकता भी बढ़ेगी।