आगरा
उत्तर प्रदेश में आगरा जिले के शमशाबाद के गांव खेड़ा में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के दौरान कथावाचिका बाल विदुषी लक्ष्मी का बयान विवादों में आ गया है। कथा के दौरान कथावचिका लक्ष्मी ने मंच से मुसलमानों के गांवों में प्रवेश पर रोक लगाने की अपील की। उन्होंने कहा कि हर गांव में बोर्ड लगना चाहिए जिस पर लिखा हो कि यहां पर मुसलमानों का प्रवेश वर्जित है। उन्होंने कहा कि क्योंकि ये आएंगे तो क्या करेंगे। हमें कैसे पता चलेगा कि कौन अच्छा और कौन बुरा है। उन्होंने सनातनी को सावधान रहने की बात कही।
लक्ष्मी का यह बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। लक्ष्मी ने सड़क पर आई लव मोहम्मद, लेकिन पैसा कमाने के लिए हिंदू नामों और देवी-देवताओं के नाम से ढाबे चलाते हैं। उन्होंने कहा कि देश-दुनिया से समाचार में कैसी-कैसी खबरें आ रही हैं। कथावाचिका ने कहा कि कहा कि मुसलमान खाने-पीने की वस्तुओं में और फलों में थूक मिलाकर हिंदुओं का धर्म भ्रष्ट करते हैं। इसलिए सर्तक रहना चाहिए। उनसे कुछ भी नहीं खरीदना चाहिए। इसी दौरान उन्होंने कहा कि व्यास पीठ से लक्ष्मी ने यह भी आरोप लगाया कि मुसलमान आतंकवादी गतिविधियों में शामिल पाए जाते हैं। हमारी बहन-बेटियों को झांसा देने की कोशिश करते हैं। इसलिए उनसे सावधान रहना जरूरी है।
यह कार्यक्रम योगी यूथ ब्रिगेड धर्म रक्षा ट्रस्ट की ओर से आयोजित सात दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का हिस्सा था। आयोजन स्थल पर ग्रामीणों की बड़ी भीड़ जुटी और कथावाचिका के बयानों पर लोगों की प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हैं। फिलहाल, लक्ष्मी के इस विवादित बयान को लेकर सोशल मीडिया पर कड़ी आलोचना और चर्चा हो रही है।