पश्चिम बंगाल में शिक्षा क्षेत्र में कथित घोटाले के सिलसिले में तृणमूल कांग्रेस के विधायक जीवन कृष्णा साहा की गिरफ्तारी के तुरंत बाद कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पार्टी के एक अन्य विधायक तापस साहा के खिलाफ केन्द्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) जांच के आदेश दिये हैं।
न्यायाधीश न्यायमूर्ति राजशेखर मंथा ने मंगलवार को सीबीआई जांच का आदेश दिए। न्यायाधीश मंथा ने मामले को तुरंत पुलिस से सीबीआई को सौंपने का भी आदेश दिया।
नादिया जिले के तेहट्टा के विधायक तापस साहा पर नियुक्ति दिलाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के आरोप लगे थे।
आरोप है कि साहा ने 2018 में शिक्षा क्षेत्र में नौकरी देने का झांसा देकर पांच करोड़ रुपए ले लिए। उनके खिलाफ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नेता और वकील तरुणज्योति तिवारी ने मामला दर्ज कराया था।
इससे पहले तृणमूल कांग्रेस के तीन विधायकों को नौकरी के बदले नोट मामले में गिरफ्तार किया गया था।