नयी दिल्ली, राज्यसभा ने अपने नौ सदस्यों को उनका कार्यकाल पूरा होने पर शुक्रवार को भावभीनी विदायी दी हालाकि इनमें से चार सदस्यों को दोबारा दूसरे कार्यकाल के लिए चुन लिया गया है।
सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि सदन के नौ सदस्यों का आगामी 18 अगस्त को कार्यकाल पूरा हो रहा है। उन्होंने कहा कि इनमें से चार सदस्यों को दोबारा दूसरे कार्यकाल के लिए चुना गया है। उन्होंने कहा कि सर्वश्री डा एस जयशंकर, दिनेश चंद्र अनावड़िया, जुगलसिंह लोखंडवाला, तृणमूल कांग्रेस के सुखेन्दु शेखर राय, डेरेक ओ ब्रायन, सुश्री डोला सेन, सुश्री शांता छेत्री, सुषिमता देव और कांग्रेस के पी. भट्टाचार्य का कार्यकाल 18 अगस्त को समाप्त हो रहा है। उन्होंने कहा कि इनमें से चार सदस्यों डा जयशंकर, श्री राय, श्री ब्रायन और सुश्री सेन को दूसरे कार्यकाल के लिए चुन लिया गया है। सदन को उनके अनुभव तथा क्षमता का लाभ मिलता रहेगा।
सभापति ने सेवा निवृत हो रहे सदस्यों को बधाई दी और उनके स्वस्थ एवं प्रसन्न रहने और राष्ट्र तथा समाज की सेवा में लगे रहने की कामना की। उन्होंने कहा कि सदन को उनके अनुभव का लाभ मिला और अब आगे समाज तथा देश को उनके अनुभव तथा योग्यता से फायदा होगा।
विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राजनीति के क्षेत्र में सक्रिय व्यक्ति कभी सेवानिवृत नहीं होता। उसका कार्य जीवन पर्यंत चलता रहता है। उन्होंने कहा कि सदस्यों को आगे भी अपनी विचारधारा के अनुरूप देश तथा समाज की सेवा करते रहना चाहिए।
नेता सदन पीयूष गोयल ने कहा कि यह निरंतर प्रक्रिया है और राजनीतिक जीवन में व्यक्ति को कभी संसद में पार्टी का प्रतिनिधित्व करना होता है तो कभी पार्टी के संगठन को मजबूत बनाने का कार्य करना होता है। उन्होंने विदेश मंत्री एस जयशंकर का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए कहा कि उन्होंने विदेशों में भारत का सम्मान और पहचान बढायी है।
सेवानिवृत हो रहे भारतीय जनता पार्टी के सदस्य श्री अनावाडिया ने कहा कि वह गुजरात के कुम्हार समाज से आते हैं और उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान विभिन्न वर्गों के संबंध में अपनी बात रखी।
पश्चिम बंगाल से कांग्रेस के पी. भट्टाचार्य ने कहा कि यह सदन संसद की आत्मा का प्रतिनिधित्व करता है। उन्होंने कहा कि यह खेद की बात है कि मणिपुर की स्थिति पर सदन में चर्चा नहीं हो सकी।
महाराष्ट्र से भाजपा के श्री लोखंडवाला ने कहा कि उन्हें विपक्ष के नेता मलिकार्जुन खड़गे , उप सभापति हरिवंश और अन्य सभी सदस्यों से बहुत कुछ सीखने का मौका मिला है। उन्होंने कहा कि देश सर्वोपरि है और हर मामले में राजनीति नहीं की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्हें संविधान के अनुच्छेद 370 को निरस्त करने , तीन तलाक तथा अन्य महत्वपूर्ण कानूनों को बनाने में हिस्सा लेने का मौका मिला है। उन्हें इसका गर्व है।
तृणमूल कांग्रेस की शांता छेत्री ने अमर शहीद खुदीराम बोस को श्रद्धांजलि अर्पित की। श्रीमती छेत्री ने कहा कि उन्हें सदन में सदस्यों से बहुत कुछ सीखने का मौका मिला है। सभापति जगदीप धनखड़ ने कहा कि वह सदन में श्रीमती छेत्री का अभाव महसूस करेंगे।
तृणमूल कांग्रेस की सुष्मिता देव ने भी अमर शहीद खुदीराम बोस को श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि राज्यसभा में आना उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने कहा कि पूर्वोत्तर क्षेत्र को बहुत संवेदना के साथ संभालना जरूरी है।
इनसे पहले द्रमुक के तिरुचि शिवा ने कहा कि यह सदन राष्ट्रीय एकता को परिलक्षित करता है। आम आदमी पार्टी के नारायण दास गुप्ता ने सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों को शुभकामनाएं दी।
भारत राष्ट्र समिति के, के केशवराव,तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन, बीजू जनता दल के सस्मित पात्रा, कांग्रेस के राजीव शुक्ला, जनता दल यूनाइटेड के रामनाथ ठाकुर, नामित सदस्य पीटी उषा और मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के शिवदासन ने भी सेवानिवृत्त हो रहे सदस्यों को शुभकामनाएं दी।