भोपाल 16 मई – कर्नल सोफिया कुरैशी के संदर्भ में अमर्यादित और विवादास्पद टिप्पणी करने के बाद चहुंओर आलोचनाओं के घेरे में आए मध्यप्रदेश के मंत्री विजय शाह के त्यागपत्र की कांग्रेस की मांग पर मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि कांग्रेस को इस मुद्दे पर बात करने का ही अधिकार नहीं है और उसे कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया से इस्तीफा मांगना चाहिए था।
डॉ यादव कल देर शाम यहां आयोजित “तिरंगा यात्रा” में हिस्सा ले रहे थे। इस मौके पर मीडिया के सवालों के जवाब में डॉ यादव ने कहा कि इस प्रकरण (विजय शाह) में न्यायपालिका ने जो आदेश दिया है, हमारी सरकार ने उसका यथायोग्य तरीके से पालन किया है और न्यायालय जो कहेगा, हम उसके हिसाब से चलते जाएंगे।
मंत्री के त्यागपत्र की कांग्रेस की मांग के संबंध में मुख्यमंत्री ने कहा, “कांग्रेस तो करती रहेगी। कांग्रेस सिद्धारमैया (कर्नाटक के मुख्यमंत्री) से मांग ले। कांग्रेस के सारे मंत्रियों पर मुकदमे चल रहे हैं। कांग्रेस केवल बात ही कर सकती है। कांग्रेस का आचरण, केजरीवाल का साथ चुनाव में लड़कर कदम से कदम मिलाकर दिया। वो तो मुख्यमंत्री होते हुए जेल में गए थे। कांग्रेस कहां गयी थी, उस समय। कांग्रेस जिस मुंह से बोल रही है, कांग्रेस को तो अधिकार ही नहीं है बोलने का। कांग्रेस ने जितनी बेशर्मी की हदें पार की हैं, आज तक किसी ने नहीं कीं।”
वहीं मुख्यमंत्री डॉ यादव के इस बयान से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने कहा, ‘सेना के अपमान के आरोपी मंत्री को बचाने के लिए हमारे मुख्यमंत्री जी कितने विचलित हो रहे हैं! मैं बड़ी विनम्रता से कहना चाहता हूं, यदि कांग्रेस को कोसने से विजय शाह का अपराध कम होता है, तो ऐसा जरूर किया जाए! लेकिन, याद रखा जाए कि पूरे देश की जनता प्रधानमंत्री जी की कथनी और मप्र भाजपा की करनी के अंतर को देख रही है!’
राज्य के आदिम जाति कल्याण मंत्री विजय शाह के विवादास्पद बयान को मध्यप्रदेश उच्च न्यायालय ने स्वत: संज्ञान लिया और बुधवार को अदालत के आदेश पर विजय शाह के खिलाफ इंदौर जिले के मानपुर थाने में प्राथमिकी दर्ज कर ली गयी। इस बीच शाह ने इस आदेश को उच्चतम न्यायालय में चुनौती दी है। शाह के विवादास्पद बयान पर कांग्रेस और अन्य विपक्षी दल के नेता उनका मंत्री पद से त्यागपत्र मांग रहे हैं। विपक्षी सदस्यों की मांग है कि यदि मंत्री त्यागपत्र नहीं देते हैं, तो उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए।
इस बीच राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री एवं भाजपा नेता उमा भारती ने कल लगातार दूसरे दिन सोशल मीडिया के जरिए विजय शाह के त्यागपत्र की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि शाह त्यागपत्र नहीं देते हैं, तो उन्हें बर्खास्त किया जाना चाहिए।