विवेक झा, भोपाल। 30 मई 2025
देशभर के चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को अद्यतन व्यावसायिक ज्ञान और कौशल से सुसज्जित करने की दिशा में एक और अहम पहल के तहत इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया (ICAI) की भोपाल शाखा द्वारा “प्रोफेशनल स्किल्स प्रोग्राम” का आयोजन किया गया। यह भव्य कार्यक्रम ICAI की Professional Skills Enrichment Committee (PSEC) के तत्वावधान में भोपाल के एम.पी. नगर स्थित होटल अतिशय में सम्पन्न हुआ।
इस उच्चस्तरीय व्यावसायिक कार्यक्रम में भोपाल एवं मध्यप्रदेश के विभिन्न हिस्सों से आए सैकड़ों चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ने सहभागिता की। कार्यक्रम का उद्देश्य आधुनिक समय की आवश्यकताओं के अनुरूप चार्टर्ड अकाउंटेंट्स की प्रोफेशनल दक्षता, संवाद कौशल, व्यवसाय विकास क्षमता और नियामकीय अद्यतनता को सुदृढ़ करना था।
उद्घाटन सत्र: भविष्य की दिशा तय करता संवाद
कार्यक्रम का शुभारंभ पारंपरिक दीप प्रज्वलन एवं स्वागत उद्बोधन के साथ हुआ। इस अवसर पर सीए जय अजीत छायरा (अध्यक्ष, PSEC), सीए अभय छाजेड़ (उपाध्यक्ष, PSEC), सीए अर्पित राय (अध्यक्ष, ICAI भोपाल शाखा) सहित अनेक गणमान्य सदस्य मंच पर उपस्थित रहे। स्वागत भाषण में ICAI भोपाल शाखा के सचिव सीए अभिषेक जैन ने इस कार्यक्रम की उपयोगिता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह पहल युवाओं और अनुभवी CAs के लिए समान रूप से लाभप्रद सिद्ध होगी।
तकनीकी सत्र 1: “CA’s – Clients, Communication – Culture”
प्रथम तकनीकी सत्र में सीए जय अजीत छायरा ने “CA’s – Clients, Communication – Culture” विषय पर वक्तव्य दिया। उन्होंने बताया कि एक सफल चार्टर्ड अकाउंटेंट सिर्फ संख्याओं में दक्ष नहीं होता, बल्कि उसे उत्कृष्ट संवाद, ग्राहक समझ और कार्य संस्कृति का भी गहरा ज्ञान होना चाहिए।
उन्होंने कहा, “आज के दौर में एक प्रोफेशनल की सफलता केवल उसके तकनीकी ज्ञान से नहीं, बल्कि उसके संवाद कौशल और व्यवहारिक समझ से भी मापी जाती है। क्लाइंट्स के साथ विश्वासपूर्ण संबंध बनाना, उनकी जरूरतों को समझना और उन्हें व्यावहारिक समाधान देना अब एक चार्टर्ड अकाउंटेंट की प्राथमिक जिम्मेदारी बन गई है।”
उनकी प्रस्तुति ने युवा और अनुभवी दोनों ही वर्गों को संवाद की शक्ति और प्रोफेशनल संस्कृति की महत्ता पर सोचने को प्रेरित किया।
तकनीकी सत्र 2: “Lead Generation by Chartered Accountants”
द्वितीय सत्र के विशेषज्ञ श्री गौरव अरोड़ा ने “Lead Generation by Chartered Accountants” विषय पर प्रस्तुति दी। उन्होंने चार्टर्ड अकाउंटेंट्स के लिए व्यवसायिक विस्तार की संभावनाओं, नए क्लाइंट्स की पहचान और डिजिटल टूल्स के उपयोग की जानकारी साझा की।
उन्होंने उदाहरणों के माध्यम से बताया कि कैसे सोशल मीडिया, डिजिटल मार्केटिंग और रेफरल नेटवर्क के माध्यम से चार्टर्ड अकाउंटेंट्स अपनी सेवाओं का दायरा बढ़ा सकते हैं। उन्होंने यह भी समझाया कि नैतिकता के दायरे में रहते हुए लीड जनरेशन की रणनीतियाँ कैसे अपनाई जा सकती हैं।
इस सत्र में युवा चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ने विशेष उत्साह दिखाया और सत्र के अंत में प्रश्नोत्तर के दौरान भरपूर सहभागिता की।
तकनीकी सत्र 3: “Financial Statement of Non-Corporate Entity”
कार्यक्रम का तीसरा एवं सबसे महत्वपूर्ण सत्र था “Financial Statement of Non-Corporate Entity”, जिसे सीए प्रमोद जैन ने प्रस्तुत किया। यह सत्र प्रतिभागियों के लिए अत्यंत व्यावहारिक एवं जानकारीपूर्ण सिद्ध हुआ।
सीए जैन ने बताया कि ICAI द्वारा अब प्रोप्राइटरशिप (एकल स्वामित्व), पार्टनरशिप फर्म और एलएलपी (लिमिटेड लाइबिलिटी पार्टनरशिप) के लिए वित्तीय विवरण (Financial Statements) को एक निश्चित मानकीकृत प्रारूप में प्रस्तुत करना अनिवार्य कर दिया गया है। यह नया प्रावधान वर्ष 2025 से लागू किया गया है।
उन्होंने कहा, “यह बदलाव न केवल पेशेवर जिम्मेदारी को बढ़ाता है, बल्कि गैर-कॉरपोरेट संस्थाओं के लेखांकन रिकॉर्ड को पारदर्शी और तुलनात्मक बनाने में भी मदद करेगा। इससे उपयोगकर्ताओं – जैसे कि बैंकों, निवेशकों और कर प्राधिकरणों – को बेहतर निर्णय लेने में सुविधा होगी।”
सीए प्रमोद जैन ने इन वित्तीय विवरणों की रूपरेखा, आवश्यक अनुबंध, आवश्यक प्रकटीकरण (disclosures) एवं अनुपालन से जुड़े पहलुओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने रियल-टाइम उदाहरणों और केस स्टडीज़ के माध्यम से विषय को और अधिक व्यावहारिक बनाया।
क्यों है यह बदलाव महत्वपूर्ण
अब तक नॉन-कॉरपोरेट इकाइयों के लिए वित्तीय विवरणों का कोई विशिष्ट प्रारूप लागू नहीं था। इससे विभिन्न व्यवसायों के लेखा विवरणों की तुलनात्मकता में कठिनाई होती थी। ICAI के इस नए दिशा-निर्देश के लागू होने से वित्तीय पारदर्शिता बढ़ेगी, टैक्स प्लानिंग सुदृढ़ होगी और ऑडिट प्रक्रियाएँ अधिक सुव्यवस्थित होंगी।
विशेष रूप से लघु एवं मध्यम व्यवसायों के लिए यह एक संरचनात्मक सुधार है, जो उन्हें भविष्य में अधिक निवेश एवं ऋण सुविधा प्राप्त करने में भी सहायता करेगा।
गणमान्य उपस्थितियाँ एवं समिति की भागीदारी
कार्यक्रम में PSEC के अध्यक्ष सीए जय अजीत छायरा, उपाध्यक्ष सीए अभय छाजेड़ और ICAI भोपाल शाखा के अध्यक्ष सीए अर्पित राय की गरिमामयी उपस्थिति रही। इसके अतिरिक्त, भोपाल शाखा की कार्यकारिणी समिति के सदस्य – सीए आदित्य श्रीवास्तव, सीए प्रदीप मुतरेजा, सीए पीयूष चतर, सीए नंदन नरूला और सीए सुचिता गोयल – की सक्रिय सहभागिता ने कार्यक्रम की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
समापन और सहभागिता
कार्यक्रम का संचालन अत्यंत कुशलता से किया गया। समापन सत्र में सचिव सीए अभिषेक जैन ने सभी वक्ताओं, प्रतिभागियों, समिति सदस्यों एवं आयोजन में सहयोग देने वाले सभी सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया।
इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले सभी चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को 6 CPE घंटे प्रदान किए गए, जो कि उनके सतत व्यावसायिक शिक्षा के लिए आवश्यक हैं।
ICAI भोपाल शाखा द्वारा आयोजित “प्रोफेशनल स्किल्स प्रोग्राम” न केवल पेशेवर ज्ञान के अद्यतन का माध्यम बना, बल्कि इसने यह भी दर्शाया कि किस प्रकार चार्टर्ड अकाउंटेंट्स को बदलते व्यवसायिक परिवेश में अपने कौशल और दायित्वों को नई दिशा देनी चाहिए।विशेषकर ICAI द्वारा नॉन-कॉरपोरेट संस्थाओं के लिए निर्धारित वित्तीय विवरण प्रारूप को लागू करना एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है, जिससे वित्तीय पारदर्शिता और अनुपालन की गुणवत्ता में नया अध्याय जुड़ गया है।