स्ट्रेचर पर स्वास्थ्य व्यवस्था , क्यों नहीं हो रहा सुधार , जिम्मेदारी कब होगी तय ।


बड़वानी 31 मई – बड़वानी जिले की स्वास्थ्य सुविधाएं इन दिनों लड़खड़ाई और लचर अवस्था में है पिछले दिनों एक महिला का अस्पताल के बाहर खुले में प्रसव हो गया…

वही पानसेमल में हुई सड़क दुर्घटना में 108 एंबुलेंस नहीं पहुंचने पर …

टेंपो से घायलों को अस्पताल लाया गया जिसमें एक महिला और दो मासूम बच्चों की इलाज समय पर नहीं मिलने से मौत हो गई सिलसिला यही नहीं थमा वरला में भी प्रसव पीड़ा से जूझ रही महिला को डेढ़ घंटे 108 का इंतजार करना पड़ा जिसमें प्रसूता के बच्चे की मौत हो गई इन गंभीर मामलों के बीच एक और नया मामला सामने आया जो गंभीर तो है लेकिन सुनकर सरकारी व्यवस्था पर हंसी भी आएगी हम जो तस्वीर दिखाने जा रहे है वो जिला मुख्यालय से महज 21 किलोमीटर दूर

सिलावद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र की है जहां एक्स-रे मशीन है , एक्सरे लेते भी है एक्सरे की कापी भी देते है अब आप सोच रहे होंगे कि सबकुछ है तो फिर खबर क्या है जी हा खबर यह है कि एक्सरे की प्रिंट एक्सरे फिल्म पर नहीं सादे A4 साइज के पेपर पर प्रिंट करके दी जा रही है….

अब भला डॉक्टर कैसे देखेगा और गांव देहात का ट्राईबल इलाके का मरीज इस एक्सरे प्रिंट के कागज को अपने पास कैसे संभालकर रखेगा आपने भी कभी इस तरह के एक्सरे का प्रिंट नहीं देखा होगा ।

इस पूरे मामले में फजीहत मरीज की होती है की अगर मरीज गंभीर है और उसे रैफर किया जाए या किसी दूसरे डॉक्टर से सलाह लेना हो तो कागज पर प्रिंट निकाल कर दे दिया जाता है । ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर तरुण वास्कले से मामले में बात की तो उन्होंने बताया कि मरीज से रोगी कल्याण समिति में कुछ शुल्क जमाकराकर एक्सरे दिया जाता है ..

जिसे हम लोग रोगी कल्याण समिति के माध्यम से पर्चेस करते है एक्सरे फिल्म खरीदने का पैसा गवर्मेंट की तरफ से हमे नहीं मिलती है , सामान्य चोट या मोच आने की स्थिति लोग कागज पर प्रिंट निकलवाकर ले जाते है , डाक्टरों और संसाधनों की भी जो कमी है उसको लेकर लिखित में उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया जल्द ही पूर्ति होने की संभावना है वही सीएमएचओ डॉ सुरेखा जमरे ने मामले को संज्ञान में लेते हुए जल्द ही व्यवस्था में सुधार की बात कही है ।

बहरहाल मामले में एक बड़ी बात यह भी सामने आई कि एक्सरे मशीन है प्रिंटर है लेकिन एक्सरे फिल्म का बजट गवर्मेंट से नहीं मिल रहा जिसकी खरीदी रोगी कल्याण समिति के पेसों से खुद कर पैसा जनता से वसूल किया जा रहा है । क्षेत्र के विधायक राजन मंडलोई ने अव्यवस्था का बड़ी समस्या बताते हुए….

विभाग के मुख्य पदों पर सालों से पदस्थ अधिकारियों को इसके लिए जिम्मेदार ठहराया है उन्होंने जिला अस्पताल में सीएस के पद पर पदस्थ डॉ अनिता सिंगारे को जिला अस्पताल की अव्यवस्था और गंदगी की जिम्मेदार बताते हुए कहा कि पहले सिंगारे सीएस रही फिर सीएमएचओ बनी अब वापस सीएस के पद पर है।

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