बड़वानी 6 जून – जिले में वन्य प्राणियों का मूवमेंट अब जंगल छोड़कर रुख गांव और शहरों की तरफ देखा जा रहा हैं मामले में डीएफओ आशीष ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि जंगल का क्षेत्र कम होता जा रहा है यही नहीं जंगल में अतिक्रमण भी किया जा रहा है जिसके चलते वन्य प्राणी अब जंगल से शहरों और ग्रामीण इलाकों की तरफ रुख कर रहे है कल रात भी जिला मुख्यालय के खंडवा बड़ौदा बायपास पर अज्ञात वाहन की टक्कर में एक डेढ़ वर्षीय नर तेंदुए की मौत हो गई जिसका पोस्टमार्टम कर शव का अंतिम संस्कार कर दिया गया है वहीं दो दिन पूर्व मोरकट्टा में भी एक वर्षीय नर तेंदुए का शव मिला है जिसके शरीर पर नाखून और चोट के निशान है जिससे प्रतीत होता है कि दो तेंदुए के बीच झड़प हुई जिसमें घायल होने से तेंदुए की मौत हुई है , आज सुबह भी 5 वर्षीय मादा सियार के कुंए में गिरने की सूचना मिली जिसका फॉरेस्ट विभाग ने रेस्क्यू कर लिया है जिसका स्वास्थ्य परीक्षण कर जंगल में सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया जाएगा ।

डीएफओ से सवाल पूछा कि अब भी राजपुर ब्लाक में जंगली जानवरों का मूवमेंट हो रहा है जिसका जवाब देते हुए कहा कि राजपुर के जिस क्षेत्र में लकड़बग्घे का मूवमेंट देखा गया है उसके आसपास नहर , तालाब और पहाड़ है जो उसके लिए पानी और रहने के लिए उपयुक्त स्थान है जिसके कारण उसका मूवमेंट उस क्षेत्र में देखा गया है , वरला क्षेत्र में भी कुछ पालतू पशुओं को जंगली जानवर ने अपना शिकार बनाया है डीएफओ का मानना है कि जंगल से शहरों और ग्रामीण इलाकों की तरफ जंगली जानवरों का रुख इसलिए देखा जा रहा है क्योंकि कही न कहीं जंगल कम होता जा रहा है साथ ही जो जंगल का क्षेत्र है उसमें अतिक्रमण भी बढ़ रहा है जंगल से पानी और भोजन की तलाश में भी वन्य प्राणी शहरों और ग्रामीण इलाकों की तरफ आ जाते है , बहरहाल जाहिर सी बात है कि जब वन्य प्राणियों का जंगल खत्म होगा और वहां लोग अतिक्रमण कर खेती के लिए पहुंच जाएंगे तो आखिर वो भी जाए तो जाए कहा आखिर जंगल है तो उनका घर ।